शिवसेना को आई वाजपेयी की याद, मोदी सरकार पर उठाए यह सवाल
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मुंबई। शिवसेना ने शनिवार को अर्थव्यवस्था, व्यापार और कृषि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत राजग सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि सरकार हवाई अड्डों, एयर इंडिया तथा रेलवे के निजीकरण की ओर बढ़ रही है तथा किसानों के जीवन का नियंत्रण व्यापारियों और निजी क्षेत्र को दे रही है।
मुखपत्र ‘सामना’ के एक संपादकीय में लिखा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी के समय का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अलग था, क्योंकि वे राजग के घटक दलों को सम्मान के साथ देखते थे और उनसे परामर्श करते थे। इसमें लिखा है- ‘शिरोमणि अकाली दल की सदस्य हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। मोदी सरकार दो किसान-विरोधी विधेयक लाई है और उन्होंने इसके विरोध में इस्तीफा दिया है। उनके इस्तीफे को कबूल कर लिया गया है।
शिवसेना पहले ही राजग से बाहर हो चुकी है और अब अकाली दल ने कदम उठाया है। शिवसेना ने कहा कि वाजपेयी और आडवाणी के समय राजग के सहयोगी दलों को सम्मान, लगाव और विश्वास के साथ देखा जाता था। नीतिगत निर्णयों पर परामर्श होता था और भाजपा नेता सहयोगी दलों के विचारों को सुनते थे। उस समय बोले गए शब्दों का मान होता था।
उसने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार हवाई अड्डों, एअर इंडिया, बंदरगाहों, रेलवे, बीमा कंपनियों के निजीकरण की ओर बढ़ रही है तथा किसानों के जीवन का नियंत्रण कारोबारियों और निजी क्षेत्र के लोगों को दे रही है। अर्थव्यवस्था, व्यापार, कृषि से संबंधित मोदी सरकार की नीतियां संदेह पैदा करती हैं।