Home > न्यूज़ > Rahul Gandhi Speech : Constitution की किताब और राहुल हुए बेबाक | Max Maharashtra Hindi

Rahul Gandhi Speech : Constitution की किताब और राहुल हुए बेबाक | Max Maharashtra Hindi

X

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में पटना में आयोजित 'संविधान बचाओ सम्मेलन' के दौरान बीजेपी और RSS पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से यह वादा किया कि पार्टी सामाजिक न्याय को अपनी प्राथमिकता बनाएगी, और इसके लिए नीतियाँ वास्तविक डेटा पर आधारित होंगी, जिसमें सबसे पहला कदम देशव्यापी जाति आधारित जनगणना होगा।

श्री कृष्णा मेमोरियल हॉल में अपने संबोधन में राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत को निशाना बनाते हुए कहा कि उन्होंने जाति आधारित जनगणना की आवश्यकता को नकारा है। राहुल गांधी ने कहा, "जाति जनगणना समाज का एक्स-रे की तरह है, यह हमारी जनसंख्या की वास्तविक संरचना को उजागर करता है।"

राहुल गांधी ने तेलंगाना का उदाहरण देते हुए बताया कि कांग्रेस के नेतृत्व में वहां जाति आधारित जनगणना की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और यह राजनीति की धारा को बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है। उन्होंने कहा, "जो कुछ भी हमने तेलंगाना में हासिल किया है, वह केवल शुरुआत है। यही परिवर्तन पूरे भारत में हो सकता है।"

राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि जाति जनगणना देश की नीतियों के डिज़ाइन के लिए जरूरी है। उनका कहना था कि जाति आधारित जनगणना से हमें समाज के सभी वर्गों की वास्तविक स्थिति का पता चलेगा, जिससे हम अधिक समावेशी और न्यायपूर्ण नीतियाँ बना सकेंगे।

उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी का मानना है कि सामाजिक न्याय केवल वादों और भाषणों से नहीं बल्कि ठोस नीतियों के माध्यम से ही संभव है। और इन नीतियों को सही आंकड़ों पर आधारित होना चाहिए। जाति जनगणना इस दिशा में पहला और सबसे अहम कदम है।"

राहुल गांधी के इस बयान ने देशभर में राजनीतिक चर्चा को और भी तेज़ कर दिया है। उनका कहना था कि जाति आधारित जनगणना से न केवल सामाजिक असमानताओं का खुलासा होगा बल्कि यह सरकारों को उन वर्गों के लिए आवश्यक नीतियां और योजनाएं तैयार करने में भी मदद करेगी जो अब तक मुख्यधारा से बाहर थे।

राहुल गांधी का यह भाषण उनके द्वारा कांग्रेस पार्टी की सामाजिक न्याय की प्रतिबद्धता को एक बार फिर से स्पष्ट करता है और जाति आधारित जनगणना को एक राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए एक नया कदम साबित हो सकता है।

Updated : 8 April 2025 5:28 PM IST
Tags:    
Next Story
Share it
Top