मोदी सरकार पूंजीपतियों की है, दैनिक वेतन भोगियों की बढ़ती आत्महत्या पर बोले-महेश तपासे
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मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने जोरदार आरोप लगाते हुए कहा है कि हम पहले से ही इस तथ्य के बारे में बात कर रहे हैं कि मोदी सरकार पूंजीपतियों की है और अब यह दैनिक वेतन भोगियों की बढ़ती आत्महत्याओं से स्पष्ट है। महेश तपासे ने भी सीधा हमला बोला कि 2014 में देश में मोदी सरकार आने के बाद देश में दिहाड़ी मजदूरों और बेरोजगारों के लिए बुरा समय शुरू हो गया है।
महेश तपासे ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा कल एक सर्वेक्षण प्रकाशित किया गया था, और इसमें भारत में दैनिक वेतन भोगियों की आत्महत्या की दर अधिक है। हम पहले से ही बात कर रहे थे कि मोदी सरकार पूंजीपतियों की है लेकिन इस सर्वेक्षण के अनुसार दैनिक वेतन भोगियों की आत्महत्या की दर अधिक है। महेश तपासे ने भी आरोप लगाया कि इसका मतलब है कि मोदी सरकार ने देश के आम नागरिकों को राहत देने के लिए कुछ नहीं किया।
मोदी सरकार हे भांडवलदारांचे आहे हे आम्ही आधीपासूनच बोलत आहोत. हे आता रोजंदारीवर काम करणाऱ्या लोकांच्या वाढत्या आत्महत्येवरुन स्पष्ट झाले आहे. मोदी सरकार आल्यानंतर रोजंदारी करणाऱ्यांसाठी व बेरोजगारांसाठी एक वाईट काळ सुरू झाला आहे. @maheshtapase pic.twitter.com/hAI0hqR37s
— NCP (@NCPspeaks) September 1, 2022
महेश तपासे ने कहा कि नोटबंदी से न सिर्फ आम लोगों की कमर टूट गई, बल्कि कोरोना काल में अचानक हुए लॉकडाउन से कई बेरोजगारों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा, लेकिन उन्हें राहत देने की बजाय मोदी सरकार ने यह कर दिखाया है। साफ है कि बड़े पूंजीपतियों का कर्ज माफ कर यह पूंजीपतियों के पक्ष में है।