राष्ट्रपति चुनाव: शरद पवार के बाद अब फारूक अब्दुल्ला भी पीछे हटे
अब्दुल्ला ने कहा मेरी जरूरत जम्मू कश्मीर को है क्योंकि वो बूरे दौर से गुजर रहा है!!
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नई दिल्ली: दो मुख्य विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव में भाग लेने से इनकार कर दिया है। पहले तो एनसीपी नेता शरद पवार ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और अब नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भी इस पद पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। अब्दुल्ला के कार्यालय से एक बयान में कहा गया है, "मैं राष्ट्रपति पद के लिए और मेरा समर्थन करने वाले नेताओं के लिए मुझे नामित करने के लिए ममता बनर्जी को धन्यवाद देना चाहता हूं।"
उन्होंने कहा, "मैंने इस मामले पर बहुत विचार किया है और मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर बहुत बुरे समय से गुजर रहा है और मुझे ऐसे मुश्किल समय में इसकी जरूरत है।" इसलिए बड़े सम्मान के साथ मैं इस चुनाव से अपना नाम वापस ले रहा हूं। गौरतलब है कि 15 जून को टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शरद पवार के साथ फारूक अब्दुल्ला, गोपाल कृष्ण गांधी और एन.के प्रेमचंद्रन के नाम पर चर्चा हुई।
विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर सहमति चाहता है जल्द ही सत्ता पक्ष सर्वदलीय बैठक का आयोजन करने वाला है। कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पार्टी प्रमुखों को सत्ता पक्ष की ओर से सूचित किया जा चुका कुछ लोगों को अभी सर्वदलीय बैठक का न्योता देना बाकी है। बंगाल की मुख्यमंत्री की राष्ट्रपति पद के विपक्ष की ओर शुरू कवायद में अब तक किसी के नामों पर मोहर नहीं लगी शरद पवार और फारूख अब्दुल्ला पर बनी सहमति तो दोनों राष्ट्रपति बनने के लिए सहमति नहीं दी।