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ग्राउंड रिपोर्ट: कई बार देखा गया है कि सरकार भले ही बदल जाए, लेकिन लोगों की समस्याएं जस की तस बनी रहती है!!

महाराष्ट्र में सरकार तो बदल गई लोगों की समस्याएं अब भी सरकार के सामने मुंह बाए खड़ी है। ऐसे अनुत्तरित प्रश्न की वास्तविकता और आम आदमी की पीड़ा को उजागर करती है। हमारे संवाददाता धम्मशील सावंत की जमीनी हकीकत वाली यह रिपोर्ट 

ग्राउंड रिपोर्ट: कई बार देखा गया है कि सरकार भले ही बदल जाए, लेकिन लोगों की समस्याएं जस की तस बनी रहती है!!
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मुंबई: राज्य में सत्ता परिवर्तन के बावजूद कई जगहों पर लोगों की समस्या अब भी दिखाई दे रही है। ऐसा ही एक गर्मागर्म बहस वाला मुद्दा है मुंबई-गोवा हाईवे की दूरदर्शिता, लेकिन अब हाईवे की हालत बेहद खराब है। हाल में ही एक रिपोर्ट के मुताबिक इस हाईवे पर बने गड्ढों ने आज तक कई मासूमों की जान ले ली है। सबसे चौंकाने वाला एक मामला तब आया जब महाराष्ट्र हाईवे पुलिस के आंकड़ों की लिस्ट सामने आयी। पुलिस की माने तो रोजाना तकरीबन 35 लोगों की मौत हाईवे पर एक्सीडेंट्स की वजह से होती है। इसके बाद भी सरकार और प्रशासन खामोश है।



मीडिया ने लगातार हाईवे की पारदर्शिता की हकीकत पेश की है। हाईवे और गड्ढों के चौड़ीकरण के काम को लेकर लोगों में आक्रोश है। यह हाईवे पिछले कई सालों से चल रहा है। पिछले साल गणेश उत्सव उत्सव के दौरान गड्डे रहित सड़क होने से राज्य वासियों ने काफी मुश्किलों का सामना किया था और सड़कों की हालत पर रो पड़े थे। अब लोगों का सरकार से मुंबई-गोवा हाईवे पर ध्यान देने और वाहन चालकों सहित रोज यात्रा करने को राहत देने की गुहार लगा रहे हैं।



मुंबई-गोवा हाईवे पर पनवेल, पेण, नागोठने, माणगांव, महाड, पोलादपुर में यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। मोटरसाइकिल सवारों की स्थिति काफी खराब है और उनका सफर सचमुच मौत के मुंह से गुजर रहा है। कोंकण में विभिन्न दलों के कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी के बावजूद हाईवे पर काम नहीं सुधर रहा है, पर्यटक और स्थानीय लोग अपना आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं। पिछली बरसात में गाव के गाव कई सड़कें उखड़ गई थी जैसे तैसे मरम्मत हुई अब तो स्थिति पहले से बेहद खराब बन गई है पहले बरसात में कई सड़कों को ताल बना दिया है।




शिवसेना, भाजपा, शिंदे सरकार अभी भी सत्ता के लिए रस्साकशी में है और सवाल यह है कि आम लोगों का संरक्षक कौन है। न तो जिले में पालक मंत्री है न ही कोई नियंत्रण राज्य सरकार केंद्र सरकार के समन्वय की जरूरत है। केंद्र का समन्वय हमेशा रहता देश भर के रास्तों सड़क परिवहन की स्थिति में अपने पूरे राजनीतिक कार्यकाल में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने देश को नई उंचाई दी है अब भाजपा शिंदे सरकार में विकास होगा!!इसको लेकर भी लोगों की नजरे है या स्थिती जस की तस रहेगी।

Updated : 9 July 2022 8:48 PM IST
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