मंदिर खोलो, नहीं तो हम सड़कों पर उतरेंगे' - अन्ना हजारे
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारेने राज्य सरकार को राज्य में मंदिर खोलने की मांग की है अन्यथा आदोंलन की चेतावनी दी है.
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सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारेने राज्य सरकार को राज्य में मंदिर खोलने की मांग की है अन्यथा आदोंलन की चेतावनी दी है.
अहमदानगर : वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारेने राज्य सरकार को राज्य में मंदिर खोलने की चेतावनी दी है. मंदिर बचाव कार्य समिति के सदस्योनें अन्ना से मुलाकात की और उन्हें सूचित किया कि समिति मंदिरों के खुलने का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरेगी. इस समय, अन्नाने समिति के सदस्यों के आंदोलन का समर्थन किया और समितिद्वारा किए जानेवाले आंदोलन में शामिल होने आश्वासन दिया है.
राज्य में मंदिर खोलने से सरकार को क्या दिक्कत है, शराब की दुकानें, होटल सब खोल दिए गए हैं. क्या वहां हो रही भीड़ से कोरोना नहीं बढ़ता? यह सवाल अन्ना हजारे ने उठाया था. जिन मंदिरों कें दर्शन से सात्विक सोच से लोग बनतें हैं, उन्हें बंद करके सरकार को क्या मिला? ऐसा वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारेने कहा.
लोगों को अब मंदिरों को खोलने के लिए सड़कों पर उतरना चाहिए. इसके लिए मंदिर बचाव कार्य समिति को बड़ा आंदोलन शुरू करना चाहिए. अन्ना हजारेने कहा है कि, वह इसमें खुद हिस्सा लेंगे.
इस बीच एक तरफ केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार नागरिकों से अपील कर रही है कि, कोरोना को रोकने के लिए भीड़ न करे. लेकिन दूसरी ओर राजनैतिक दलों की बैठकों, यात्राओं में नागरिकों की भीड़ उमड़ती नजर आ रही है. तो आम नागरिकों के लिए ही भीड़ न लगाने का नियम क्यों? ऐसा सवाल नागरिकों द्वारा उठाया जा रहा है.
इस बीच देश और राज्य में मंदिरों और धर्मस्थलों पर निर्भर रहने वाले छोटे-बड़े व्यवसायी भी मंदिर खोलने की मांग कर रहे हैं, वहीं वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारेने भी इस मांग का समर्थन किया है. अब देखना होगा कि राज्य सरकार इस पर क्या फैसला लेती है.