नर्स-पैरामेडिकल कॉलेज खुलेंगे, गुणवत्तापरक होगी पढ़ाई: बृजेश पाठक
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स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, लखनऊ: अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उच्च कोटि के डॉक्टर तैयार किए जा रहे हैं। अब नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की फौज तैयार की जाएगी। ताकि मरीजों को बेहतर इलाज मिल सके। इसके लिए सभी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग की पढ़ाई होगी। यह जानकारी उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने दी।
मेडिकल कॉलेजों के साथ पैरामेडिकल संस्थान को मिलेगी रफ्तार
वह शनिवार को मिशन निरामया: के शुभारंभ मौके पर बोल रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीजीआई के कन्वेंशन सेंटर में मिशन निरामया: अभियान का शुभारंभ किया। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि डॉक्टर का कुछ समय ही मरीज को मिल पाता है। लेकिन नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ मरीजों की देखभाल में हमेशा तत्पर रहते हैं। मरीजों के बीच उनका समय भी अधिक गुजरता है। उन्होंने कहा कि उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सरकार योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में योगी सरकार प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था को दुनिया के पैमाने पर खड़ा करने की तैयारी में है। लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। 2017 से पहले कुछ जनपदों में ही मेडिकल कॉलेज में थे। 2017 के बाद साढ़े पांच साल में मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हुई है। इससे डॉक्टरों की कमी से निपटने में काफी मदद मिल रही है। अब नर्सिंग-पैरामेडिकल कॉलेजों खोलने को रफ्तार मिलेगी। इसमें प्राइवेट संस्थानों की भी सहभागिता होगी।
#MissonNiramaya
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) October 8, 2022
उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था के बिना हम सुखी नहीं रह सकते,समाज में उच्च कोटि की चिकित्सा व्यवस्था देने के लिए @UPGovt लगातार काम कर रही है,प्रदेश के चिकित्सा मॉडल की दुनिया में चर्चा हो इसके लिए हम प्रयासरत हैं और #UttarPradesh यह निश्चित रूप से कर सकता है। pic.twitter.com/5T8D4v0K5t
संस्थानों की तय होगी रेटिंग
अब अस्पतालों में पैरामेडिकल स्टाफ को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मानकों के बराबर किया जाएगा। एक डॉक्टर पर तीन नर्स व तीन पैरामेडिकल स्टाफ होंगे। उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की पढ़ाई गुणवत्तापरक होगी। इसका खाका तैयार कर लिया गया है। संस्थानों की रेटिंग तय की जाएगी। कैरियर काउंसलिंग होगी। माध्यमिक स्कूलों के बच्चों को नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की पढ़ाई व रोजगार के अवसरों से रू-ब-रू कराया जाएगा। कॉलेज की व्यवस्था को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाया जाएगा।
सेवा भाव का है पेशा
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि नर्सिंग व पैरामेडिकल सेवा भाव का पेशा है। मरीजों की सेवा कर आप पुण्य कमा सकते हैं। मानवता की सेवा का संकल्प लें। इससे मिशन की तरह जुड़े।