पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को दीया जाएगा भारत रत्न
Bharat Ratna will be given to former Prime Minister Chaudhary Charan Singh
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भारत सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने का एलान किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है।'' पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सींह के बारे में लोग कहते है की , भारतीय राजनीति में मील का पत्थर साबित हुए चौधरी साहब के विरोधी भी उनकी ईमानदारी के कायल रहे। निधन के 36 साल बाद भी उनकी प्रासंगिकता की मिसाल यह है कि मंच किसी भी राजनीत दल का हो, लेकिन चौधरी साहब का नाम लिए बिना बात शुरू नहीं होती। ‘धरा पुत्र चौधरी चरण सिंह और उनकी विरासत’ पुस्तक के अनुसार, चौधरी साहब ने सितंबर 1970 में मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने की घोषणा की तब वह कानपुर में दौरे पर थे। वहीं से सरकारी गाड़ी वापस की तथा प्राइवेट वाहन से लखनऊ पहुंचे।
मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देने के बाद उन्होंने अपनी गाय को तबके सूचना निदेशक पंडित बलभद्र प्रसाद मिश्र को दिया। तब कहा था कि त्यागपत्र देने से बंगला, नौकर-चाकर गए। गाय की देखभाल कौन करेगा? गाय हमारे यहां बेची नहीं जाती इसलिए आप ले जाइए। चौधरी साहब ने 1954 में कृषि उपज बढोतरी को मिट्टी की जांच व्यवस्था शुरू कराई तथा अंग्रेजी जमाने का वह कानून खत्म कराया जिसमें नहर पटरी पर ग्रामीणों के चलने पर रोक थी। उन्हीं के समय नाबार्ड की स्थापना की गई , चोधरी चरण सींह के भारत रत्न देने के एलान के साथ ही पक्षीमी उत्तर प्रदेश की राजनीती में एक प्रकार से भूचाल आ गया , सूत्रो के हवाले से खबरें आ रहीं की , आरएलडी अधयक्ष जयंत चोधरी ने इंडीया गठबंधन के साथ नाता तोडने का फेसला किया है , हालांकी इसकी पूष्टी आधीकारीक तोर पर नहीं की जा सकती.