मुंबई से दिल्ली हवाई यात्रा के दौरान नवनीत राणा ने पढी हनुमान चालीसा, कहा उद्धव ठाकरे की उल्टी गिनती शुरू!
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मुंबई: उद्धव ठाकरे की सरकार से परेशान अमरावती के सांसद नवनीत राणा ने कहा, 'महाराष्ट्र को संकट से बचाने के लिए मैंने 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया है. हो सकता है संकट मोचन हनुमान जी इस संकट से बच सकें। संकटमोचक से एक ही उम्मीद राज्य को इस संकट से बचाने की है। सांसद नवनीत राणा ने महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार पर तंज कसा है।
वह उस समय विवादों में घिर गईं जब उन्होंने सीएम उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की घोषणा की और इस मुद्दे पर सरकार के साथ टकराव के बाद उन्हें और उनके विधायक पति रवि राणा के साथ जेल जाना पड़ा था। उद्धव ठाकरे सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैंने महाराष्ट्र को संकट से बचाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ किया है। उन्होंने कहा, "मैं संकटमोचक से बस यही उम्मीद करती हूं कि वह राज्य को इस संकट से बचाएगा।" इतना ही नहीं उन्होंने एक बार फिर उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार अपने ही कर्मों से गिरेगी। नवनीत राणा के विधायक पति रवि राणा की इस नई सरकार के गठन में उनकी भूमिका भी अहम होगी।
विधायक नहीं देख सकते राज्य का नुकसान
नवनीत राणा ने सरकार पर संकट के बारे में कहा कि महा विकास अघाड़ी में शिवसेना के विधायक राज्यसभा और विधान परिषद में जिस तरह से मतदान हुआ उससे खुश नहीं थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया और भाजपा ने जीत हासिल की। हम ढाई साल से महाराष्ट्र को डूबते हुए देख रहे हैं, महाराष्ट्र में संकट जल्द खत्म होना चाहिए। जिन विधायकों को राज्य का नुकसान दिखा है उन्होंने इस संकट का जल्द समाधान के लिए पार्टी का साथ छोडा है। यह संकट शिवसेना के आंतरिक मतभेदों के कारण पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की सरकार उनके अपने कार्यों से गिर जाएगी।
जनता का सरकार से टूटा विश्वास
नवनीत राणा ने आगे कहा कि इस सरकार का लोगों का विश्वास टूट गया है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार में शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी है। वह सूरत के एक होटल में तीन मंत्रियों और 21 विधायकों के साथ ठहरे हुए हैं। बताया जाता है कि लंबे समय से दरकिनार किए जाने से वह शिवसेना से नाराज चल रहे थे। एकनाथ शिंदे की बगावत ने शिवसेना को बड़ा झटका दिया है और उद्धव ठाकरे ने मुंबई में आपात बैठक बुलाई है। तो इस मुद्दे पर शरद पवार ने सरकार गिरने पर विपक्ष में बैठने को तैयार रहने की बात कही है।