अप्रवासियों के गले में कोकणा का कुंडली पर्यटन.
कुडान में स्थानीय लोगों द्वारा स्थापित रिवर राफ्टिंग ठेका परप्रांतीय कंपनी को मैक्स महाराष्ट्र के वरिष्ठ विशेष संवाददाता विजय गायकवाड की यह स्पेशल रिपोर्ट
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मैक्स महाराष्ट्र के वरिष्ठ विशेष संवाददाता विजय गायकवाड़ ने गणमान्य व्यक्तियों के साथ चर्चा की है कि रिवर राफ्टिंग, एक साहसिक पर्यटन उद्योग जो कोंकण के युवाओं को रोजगार प्रदान करता है, स्थानीय लोगों द्वारा स्थापित किया गया है लेकिन इस व्यवसाय का अनुबंध एक विदेशी कंपनी को दिया गया है।
उत्तराखंड और हिमाचल में लोकप्रिय एडवेंचर स्पोर्ट रिवर राफ्टिंग की शुरुआत रायगढ़ के युवाओं ने करीब 20 साल पहले कुंडलिका नदी में की थी। आज रायगढ़ जिले में कुंडलिका नदी और कोलाड रिवर राफ्टिंग के लिए प्रसिद्ध हैं। इस रिवर राफ्टिंग से साजे, रवाळजे, पटनस, विले, नवलेवाडी, वांगणेवाडी, कुंडली, सुतारवाडी, येरद और कामत जैसे दुर्गम गांवों के ग्रामीणों को घरेलू व्यवसाय के रूप में रोजगार मिला. लेकिन कोलाड की एक राफ्टिंग कंपनी द्वारा राफ्टिंग का ठेका लेने के बाद पिछले कई दिनों से स्थानीय और विदेशी संघर्ष चल रहा है. स्थानीय लोगों में असंतोष फैल गया है। स्थानीय नागरिकों ने कई बार कलेक्टर, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता, तहसीलदार, जिला अधिकारी और पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर स्थानीय लोगों को इस नदी में व्यापार करने का ठेका देने की मांग की थी. हालांकि संबंधित अधिकारियों के इस मांग पर विचार न करने के कारण यह धंधा स्थानीय बनाम विदेशी विवाद के भंवर में फंसा हुआ है.
कुंडलिका नदी में रिवर राफ्टिंग (नौका नयन) का व्यवसाय होता था। यह कई दिनों से एक कंपनी के जरिए चलाया जा रहा था। उस समय उस कंपनी ने स्थानीय शिक्षित युवाओं को अपने साथ लेकर वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाने के लिए 10 से 15 स्थानीय लोगों को व्यापार करने की अनुमति दी थी। उनमें से कुछ परियोजना से प्रभावित हैं। इसलिए उन कंपनियों से सैकड़ों स्थानीय परियोजना प्रभावित लोगों को रोजगार मिल रहा था। उसके बाद वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 में कोलाड कार्यपालन यंत्री ने नियम एवं शर्तों पर बैठकर समस्त नियमों, शर्तों एवं अनुमतियों पर विचार किये बिना अपनी पसंद के ठेकेदार को ठेका दिलाने के लिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया, तथा ठेकेदार को अपनी मर्जी से ठेका दिया।यह आरोप स्थानीय लोगों ने विधायक भरत गोगावले को दिए बयान में लगाया है। उसके बाद भी आरोप है कि वर्ष 2022-23 का संशोधित ठेका उसी ठेकेदार को वापस कर दिया गया है। इस परियोजना में कई स्थानीय लोगों की जमीन चली गई हैं और स्थानीय लोगों ने मांग की है कि स्थानीय जमींदारों को वहां राफ्टिंग का कारोबार करने का ठेका मिल जाए..