उमेश कोल्हे हत्याकांड को लेकर महाराष्ट्र में एनआईए और एटीएस अमरावती में दर्ज मामले की जांच में जुटी लूट नहीं हत्या की वजह नपुर शर्मा के ट्वीट पर समर्थन आया सामने!!
मैक्स महाराष्ट्र ने पहले ही अमरावती पुलिस को लेकर भाजपा के नेताओं के बयान पर छापी थी खबर हत्या नहीं यह साजिश है!!
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मुंबई: अमरावती के एक मेडिकल व्यवसायी उमेश कोल्हे की 21 जून की रात को हत्या कर दी गई थी। क्या कोल्हे के पीछे विवादास्पद नूपुर शर्मा मामले पर कोई विवाद है? भाजपा नेता और सांसद अनिल बोंडे और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवराय कुलकर्णी और तुषार भारतीय ने मांग की थी कि मामले की गंभीरता से जांच की जाए। मैक्स महाराष्ट्र ने भाजपा प्रवक्ता की आवाज को प्राथमिकता दी जिनकी बातों में हमें दम लगा पुलिस ने जो लूट की थ्योरी बनाई थी वो हमें भी उसमें कोई तथ्य नजर नहीं आया। मामला तुल पकडा देख पुलिस कमिश्नर ने सामने आकर लोगों की इस हत्याकांड पर राय जानी और पूछताछ की। घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी को विरोध के बाद पुलिस खंगालना शुरू किया।
पहले दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया, फिर तीन और एक की गिरफ्तारी हुई। हत्या की वजह लूटपाट बताई गई थी लेकिन जांच में नूपुर शर्मा के ट्वीट को समर्थन करने और रीट्वीट करने को लेकर से हत्या की वजह लूटपाट बताई गई थी। अब पुलिस भी मानने लग गई है कि हत्या की वजह असली क्या है क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर के साथ महाराष्ट्र के इस हत्या की जांच भी एनआईए को सौंप दी है। अब पुलिस भी मान रही है हत्या की वजह क्या थी। आखिर पुलिस को इतना देर क्यों लगा इसमें सही और गलत साबित करने में!! जबकि अमरावती की पुलिस कमिश्नर डॉ. आरती सिंह को सबसे डेंजर आईपीएस पुलिस अधिकारी है।
MHA has handed over the investigation of the case relating to the barbaric killing of Shri Umesh Kolhe in Amravati Maharashtra on 21st June to NIA.
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) July 2, 2022
The conspiracy behind the killing, involvement of organisations and international linkages would be thoroughly investigated.
नुपूर के द्वारा पोस्ट किए गए पोस्ट पर उमेश कोल्हे में समर्थन किया था जिसको लेकर उनकी हत्या हत्या की गई थी। #UmeshKolhe हत्याकांड में अमरावती पुलिस ने छठी गिरफ्तारी की है। पुलिस का दावा है कि सभी आरोपी एक स्व-प्रेरित समूह का हिस्सा है, जिसने नूपुर शर्मा की टिप्पणी का समर्थन करने के लिए कोल्हे की हत्या की थी। उदयपुर हत्याकांड की तरह ही हमलावरों ने उमेश कोल्हे का गला भी काटा था। हालांकि राज्य पुलिस को अब तक आरोपी के किसी हैंडलर के संपर्क में रहने या किसी संगठन के प्रति निष्ठा रखने का कोई संबंध नहीं मिला है। जांच से पता चलता है कि वे 'आत्म-प्रेरित' थे।
21 जून को अमरावती महाराष्ट्र में श्री उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या से संबंधित मामले की जांच एनआईए को सौंप दी है। हत्या के पीछे की साजिश, संगठनों की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहन जांच की जाएगी। महाराष्ट्र ATS से मिली जानकारी के मुताबिक ATS (अमरावती) मामले में आतंकी एंगल की जांच कर रही है। ATS इसका भी पता लगा रहे हैं की क्या अमरावती के आरोपियों ने बताया उदयपुर के आरोपियों के पैटर्न का इस्तेमाल कर इस घटना को अंजाम तो नहीं दिया। महाराष्ट्र पुलिस एक NGO वाले की तलाश कर रहे हैं उसी के इशारे पर आरोपियों ने इस हत्या को अंजाम दिया।
सूत्रों ने बताया की क़रीब एक सप्ताह से इस हत्या की प्लानिंग चल रही थी। उस NGO वाले की गिरफ्तारी के बाद जांच को सही दिशा मिलेगी। लेकिन गिरफ्तार हुए लोगों ने स्पष्ट पुलिस से कहा कि हत्या के पीछे कोई लूट की कहानी नहीं थी हत्या करने के लिए हमको बरगलाया गया था हमने कर दी। हत्या करने वाले ने कहा था कि पकडे जाने पर लूट की बात पुलिस के सामने कबूल कर करना और अमरावती की तेज तर्रार पुलिस कमिश्नर ने भी वहीं कहानी में एफआईआर दर्ज कर मामले को अमली जामा पहना दिया। गिरफ्तार आरोपियों के नाम क्या है देखे क्रमश
1) मुदस्सिर अहमद उर्फ सोनू राजा शेख इब्राहिम
2) शाहरुख पठान उर्फ बादशाह हिदायत खान
3) अब्दुल तौसीफ उर्फ नानू शेख तस्लीम
4) शोएब खान उर्फ बुरिया साबिर खान
5)आतिफ रशीद आदिल रशीद
6) डॉ. युसूफ खान बहादुर खान
इस हत्या के बाद अमरावती पुलिस ने लोगों से अपील की कि वो किसी भी तरह के आपत्ति जनक टिप्पणी सोशल मीडिया पर पोस्ट न करें ना ही उनका समर्थन करे। पुलिस ने लोगों पर आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किए जाने की बात कही लेकिन उमेश कोल्हे को लेकर भाजपा ने अगर आवाज नहीं उठाई होती तो शायद ही यह मामला बाहर आता।
शिवराय कुलकर्णी, भाजपा राज्य प्रवक्ता, महाराष्ट्र
हत्या के पीछे की साजिश, संगठनों की संलिप्तता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहन जांच की जाएगी। अमरावती पुलिस के पुलिस उपायुक्त विक्रम साली ने आज माना कि हत्या के पीछे क्या कारण था पुलिस भी लूट के उद्देश्य से मामला दर्ज कर इसकी जांच की जा रही थी। इस पूरे प्रकरण को लेकर एनआईए और एटीएस की टीम अमरावती में जांच शुरू कर दी है जहकि अमरावती पुलिस का कहना है कि जांच हमारे पास ही है।