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मैंने जज्बात निभाए हैं उसूलों की जगह अपने अरमान पिरो लाया हूं फूलों की जगह तेरे सेहरे...

मैंने जज्बात निभाए हैं उसूलों की जगह अपने अरमान पिरो लाया हूं फूलों की जगह तेरे सेहरे...
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जयपुर. सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं. पार्टी ने हमारी बात सुनी है. इस सबके बीच जैसलमेर के सूर्यागढ़ होटल में ठहरे गहलोत खेमे के विधायकों की भी वापसी हो गई है. जयपुर आने के बाद भी सभी विधायकों की बाड़ेबंदी कर दी गई है. जयपुर के फेयरमाउंट में सभी विधायकों को ठहराया गया है.

साथ ही होटल के सुरक्षा के मद्देनजर एसटीएफ के जवानों की तैनाती कर दी गई है. गहलोत समर्थक विधायक जब सूर्यागढ़ से बस में सवार होकर जैसलमेर एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए तो सभी के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी. विधायक गुनगुनाने भी लगे. ये मुरादों की हंसी रात किसे पेश करूं, ये गीत विधायकों ने गाया. सरकार बचने और जयपुर पहुंचने की खुशी विधायकों के चेहरे पर साफ झलक रही थी.

कई तो विक्ट्री सिम्बल बनाकर प्रसन्नता का इजहार कर रहे थे. मालूम हो कि गहलोत खेमे के 90 विधायक और करीब दो दर्जन कांग्रेस नेता विशेष विमान से जैसलमेर से जयपुर लौटे हैं. सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों की घर वापसी के बाद गहलोत सरकार पर आया संकट खत्म हो गया है.रंग और नूर की बारात किसे पेश करूं ये मुरादों की हंसीं रात किसे पेश करूं मैने जज्बात निभाए हैं उसूलों की जगह अपने अरमान पिरो लाया हूं फूलों की जगह तेरे सेहरे की … तेरे सेहरे की ये सौगात किसे पेश करूं ये मुरादों की हसीं रात किसे पेश करूं, किसे पेश करूँ, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के विधायकों की 31 दिन बाद बुधवार को जैसलमेर की बाड़ेबंदी खत्म हो गई.

सभी विधायक विशेष विमान से जयपुर लौटे. होटल से एयरपोर्ट तक के करीब आधे घंटे के सफर में कांग्रेस विधायक रिलेक्स नजर आए. बाड़ेबंदी खत्म होने की खुशी उनके चेहरों पर साफ दिखी. रास्ते में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने गाने गुनगुनाया तो उन्हें बाकी विधायकों को भी खूब साथ दिया. और फिर बस में शेर ओ शायरी के साथ नगमों की बारिश होती रही।

Updated : 12 Aug 2020 2:09 PM GMT
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