हिंदी दिवस 2023 : हिंदी विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा
X
भारत का संविधान किसी भी भाषा का दर्जा नही देता है | आज हिदी राष्ट्र भाषा न होते हुए भी केंद्र सरकार और संघ की अधिकारिक भाषा है | भारत की संविधान सभा मे 14 सितंबर को , 1949 को देवनागरी लिपी मे लिखी हिंदी को भारत का अधिकारिक तौर पर पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 मे मनाया गया था | हिंदी को राजभाषा के रुप मे अपनाने के लिए कई लेखको , कवियो और कार्यकर्ताओ के तरफ से भी प्रयास किया गया था |
भारत के बाहर कई अन्य देश भी है , जहॉ हिंदी बोली जाती है | जैसे कि फिलीपिंस , अमेरिका , न्यूजीलैंड , यूगांडा , सिंगापुर , नेपाल , तिब्बत , दक्षिणी अफ्रिका , सूरीनाम , यूनाइटेड किंगडम , जर्मनी और पाकिस्तान में कुछ परिवर्तनों के साथ हिंदी बोली और समझी जाती है | आज देश में अंग्रेजी और मंदारिन के बाद हिंदी विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोलने वाली भाषा है | हिंदी सिर्फ भाषा या संवाद का ही साधन नही है , बल्कि हर भारतीय के बीच सामाजिक और सांस्कृतिक सेतु भी है | हिंदी भाषा का महत्तव इस बात से ही पता चलता है , कि दुनिया भर के 170 से अधिक विश्वविद्यालयों मे हिंदी एक भाषा के रुप में पढाई जाती है | आपको , बता दे कि अमेरिका मे लगभग 150 से ज्यादा शैक्षणिक संस्थानों मे हिंदी का पठन-पाठन हो रहा है |
दुनिया की सबसे प्रसिद्ध ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी हर साल भारतीय शब्दों को जगह दे रही है | बापू , सूर्य नमस्कार , ढाबा , भेलपुरी , चूड़़ीदार , पापड़ , करी , चटनी , अवतार , चीता , गुरु , कीमा , पायजामा , अच्छा , नारी शक्ति , चाचा , चौधरी , पंडित , मुगल , महाराजा , मंत्र , ठग , बरामद , जिमखाना जैसे शब्दों को जगह दे चुकी है |