अजगर के 13 अंडे सेने के बाद, सर्पमित्र और वन विभाग के अधिकारियों ने दिया उन्हें जीवनदान, छोडा जंगल में
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धुले: शिरपुर तालुका के अंतुराली गांव के पास एक खेत में पाए गए 13 अजगर शावकों को आखिरकार वन विभाग के कर्मचारियों और पशु मित्रों द्वारा उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया है। इन अंडों को एक किसान के खेत में पाए जाने पर लोगों ने इसकी जानकारी सर्पमित्र संघटना और वन विभाग को दी गई। दोनों ने संयुक्त रूप से इसका निरीक्षण किया मादा अजगर अंडे देने के बाद वहां से चली गई थी वहां किसी के न जाने पर पहले रोक लगाई गई पशु चिकित्सकों की मदद से उसके अंडों को सेने का कार्य किया गया और 15 दिन दिन के बाद अंडों से बच्चों को बाहर आने पर उन्हें सुरक्षित रूप से जंगल के बहते पानी में दूर छोडा गया ताकि वो वापस गांव की ओर रुख न कर सके।
देखे बच्चों को जगंल में ्ंडों से बाहर आने के बाह कैसे छोडा गया बहते पानी का वीडियो
इन सभी अजगर शावकों ने वन विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों और पशु मित्रों द्वारा उनके प्राकृतिक आवास में छोड़े जाने के बाद राहत की सांस ली है।कुछ दिनों पहले, शिरपुर तालुका के अंतुरली शिवारा में एक किसान को अपने खेत में अंडे मिले। अजगर के चूजों का जन्म प्राकृतिक रूप से अंडे सेने के बाद हुआ था। इन शावकों को कोई नुकसान न हो, इसके लिए वन विभाग द्वारा सावधानी बरती गई, जिसके बाद पशु प्रेमियों, वन अधिकारियों और ग्रामीणों की मदद से 13 अजगर शावकों को जंगल में छोड़ दिया गया।