Home > न्यूज़ > सीए के 13 लाख 75 हजार खुद नौकर ने दिए दोस्त को बनाई लूट की झूठी कहानी, लेकिन पुलिस पूछताछ में उगल दिया सच

सीए के 13 लाख 75 हजार खुद नौकर ने दिए दोस्त को बनाई लूट की झूठी कहानी, लेकिन पुलिस पूछताछ में उगल दिया सच

सीए के 13 लाख 75 हजार खुद नौकर ने दिए दोस्त को बनाई लूट की झूठी कहानी, लेकिन पुलिस पूछताछ में उगल दिया सच
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स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, मुंबई: 24 घंटे के भीतर सिद्धार्थ एंड एसोसिएट्स नाम की एक सीए फर्म में हुई फर्जी लूट की घटना में शामिल नौकर और उसके दोस्त को मुलुंड पुलिस ने गिरफ्तार कर गुत्थी को सुलझाने पर सफलता पाई है। जिसने अपने दोस्त की मदद से लूट की झूठी कहानी बनाई थी। सिद्धार्थ एंड एसोसिएट्स का कार्यालय पांच रस्ता मुलुंड के मैराथन चैंबर नामक प्रसिद्ध भवन में है। 3 अगस्त को शाम 4 बजे के करीब सिद्धार्थ एंड एसोसिएट्स के मालिक सिद्धार्थ शाह ने पुलिस को बताया कि कोई उनके 27 वर्षीय नौकर से बैग में 13,75,000/- रुपये की व्यापारिक नकदी रकम के साथ कंपनी के कार्यालय में प्रवेश करते समय, एक अज्ञात व्यक्ति ने रूमाल में बेहोशी की दवा सुंघाकर रुपयों से भरे बैग लेकर भाग गया।


सिद्धार्थ शाह की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की अपराध की गंभीरता को स्वीकार करते हुए संजय दराडे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, प्रशांत कदम, पुलिस उपायुक्त, दत्तात्रेय शिंदे, सहायक पुलिस आयुक्त, मुलुंड डिवीजन, मुंबई और मुलुंड पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कांतिलाल कोथिंबीरे ने तुरंत घटना स्थल का दौरा किया। इस मामले की जांच के लिए अधिकारियों की एक विशेष टीम का गठन किया और अपराध की जांच तेज गति से शुरू की। उक्त अपराध स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच में घटनास्थल क्षेत्र, घाटकोपर क्षेत्र से घटना की जांच की और विश्लेषण किया गया। वहीं बेहोश नौकर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हो गया था। चिकित्सा अधिकारी से पुलिस टीम ने नौकर के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि उसको कोई बेहोशी की दवा से नाक नहीं दबायी गई थी। इलाज का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती नौकर पर पुलिस का शक दुना और मजबूत हो गया कि यह बनाई हुई कहानी है। नौकर से पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तो उसने सच कबूल कर लिया और इस मामले में अपने एक दोस्त के शामिल होने की बात भी कही।


नौकर की कडी निगरानी और तकनीकी विश्लेषण के साथ-साथ अभियोजक और गवाहों की जांच करने के बाद, यह पाया गया कि नौकर उक्त अपराध में शामिल था उसका 24 वर्षीय दोस्त जो इसमें शामिल था उसका नाम सामने आने पर पुलिस ने उसे डोंबिवली से हिरासत में लिया। गिरफ्तार दोनों आरोपियों पास से 13,75,000/- और अपराध में प्रयुक्त मोबाइल फोन बरामद किया गया है। जब आरोपी की गहन छानबीन की गई तो पता चला कि उक्त अपराध में शामिल नौकर को शेयर बाजार में निवेश के चलते भारी नुकसान होने के कारण ऋणग्रस्तता बढ़ गई थी, लोगों द्वारा कर्ज मांगे जाने के कारण उसको यह योजना ध्यान में आई और कहानी बना डाली। उक्त अपराध को इसके पंजीकरण के 24 घंटे के भीतर प्रकाश में लाया गया था। संजय दराडे, पुलिस उपायुक्त, प्रशांत कदम, सहायक पुलिस आयुक्त, दत्तात्रेय शिंदे, के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कांतिलाल कोथिंबीर, पुलिस निरीक्षक नागराज मजगे, सहायक पुलिस निरीक्षक संतोष कांबले, अपराध प्रकटीकरण अधिकारी, पूजा धाकतोडे, और पुलिस टीम द्वारा यह गिरफ्तारी की गई।

Updated : 6 Sep 2022 7:35 PM GMT
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