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महाराष्ट्र का अपमान करने वाले राज्यपाल कोश्यारी को वापस बुलाए केंद्र सरकार : नाना पटोले

मुंबई को लेकर राज्यपाल का बयान अपमानजनक, महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगें

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एमपीसीसी के मुख्य प्रवक्ता अतुल लोंढे ने राज्यपाल के बयान पर की टिप्पणी

मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मुंबई को लेकर बेवजह बयानबाजी कर मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र का अपमान किया है। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि मुंबई के निर्माण में मराठी लोगों ने सबसे अधिक योगदान दिया है, लेकिन कोश्यारी बिना पर्याप्त जानकारी के इस तरह के बयान देकर छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र का अपमान कर रहे है। राज्यपाल को अपने इस बयान के लिए राज्य की जनता से माफी मांगनी चाहिए। राज्यपाल से यह मांग प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के गैर जिम्मेदार बयान देने के लिए महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री को कड़ा फैसला लेते हुए कोश्यारी को राज्यपाल के पद से हटा देना चाहिए।


राज्यपाल कोश्यारी के विवादित बयान पर संज्ञान लेते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने आगे कहा कि मुंबई की आर्थिक राजधानी के बारे में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का बयान बेहद अपमानजनक है। उन्हें बोलने से पहले ठीक से अध्ययन करना चाहिए। कोश्यारी को पता होना चाहिए कि महाराष्ट्र ने गुजराती और राजस्थानी समाज को क्या दिया है।अडानी, अंबानी समेत कई अन्य उद्योगपतियों को कामयाब बनाने में मुंबई और महाराष्ट्र का एक बड़ा योगदान है। राज्यपाल का पद सम्मान और प्रतिष्ठा का है लेकिन कोश्यारी ने इस पद की छवि धूमिल की है।


महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरात ने कहा कि राज्यपाल राज्य के संरक्षक हैं इसलिए उन्हें सावधानीपूर्वक बयान देना चाहिए। लेकिन दुर्भाग्य से राज्यपाल के बयान और कार्य हमेशा राज्य के हित के खिलाफ रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्यपाल राज्य में भाईचारे का माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे हैं।


पटोले ने कहा कि इससे पहले कोश्यारी ने महाराष्ट्र के गौरव और देवता के समान पूजे जाने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतिबा फुले, सावित्रीबाई फुले के बारे में बहुत ही भद्दे बयान देकर हमारे महान विभूतियों का अपमान किया है। राज्यपाल कोश्यारी का रुख हमेशा से महाराष्ट्र विरोधी रहा है। वह राज्यपाल के पद पर रहते हुए लगातार गैरजिम्मेदाराना बयान देते रहे हैं लेकिन अब उन्होंने सारी हद पार कर दी है। हम राज्यपाल की प्रतिष्ठा जानते हैं लेकिन उस पद आसीन व्यक्ति को उस पद की प्रतिष्ठा को बनाए रखना चाहिए। हालांकि दुर्भाग्य से कोश्यारी के मामले में ऐसा नहीं हो रहा है। पटोले ने कहा कि हम महामहिम राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से यह मांग करते हैं कि वे राज्यपाल कोश्यारी के बयान पर ध्यान दें और उन्हें वापस बुलाएं।


Updated : 30 July 2022 10:02 AM GMT
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