राजस्व बढ़ाने के लिए आईआरसीटीसी की नई योजना, ग्राहक डेटा बेचकर जुटाएंगी 1000 करोड़ रुपये
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इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) ने अपने बड़े ग्राहक डेटा को 1000 करोड़ रुपये में बेचा है। राजस्व सृजन योजना में कॉरपोरेशन ने सलाहकारों की नियुक्ति के लिए टेंडर जारी किया है। हाल ही में जारी निविदा के अनुसार, आईआरसीटीसी के पास एक विशाल डिजिटल डेटा भंडार है। डिजिटल मुद्रीकरण के माध्यम से आईआरसीटीसी का राजस्व में लक्ष्य रु.1,000 करोड़ रुपये का है।
कॉरपोरेशन के इस कदम का ग्राहकों द्वारा भी विरोध किए जाने की संभावना है, क्योंकि आईआरसीटीसी के पास ग्राहकों के व्यक्तिगत फोन नंबर, घर के पते, बैंक खाते के विवरण जैसे अत्यधिक संवेदनशील डेटा हैं। ग्राहक इस संवेदनशील जानकारी को आईआरसीटीसी को इस आश्वासन पर सौंपते हैं कि उनका डाटा किसी तीसरे पक्ष के साथ साझा नहीं किया जाएगा। यदि आईआरसीटीसी इस डेटा को तीसरे पक्ष के साथ साझा करता है, तो यह ग्राहक के विश्वास का उल्लंघन होगा। कोरोना काल में भले ही आईआरसीटीसी को घाटा हुआ हो, लेकिन फिलहाल इसका संचालन ठीक चल रहा है।
आईआरसीटीसी के लिए इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही अच्छी रही। उसने अपने शुद्ध लाभ में 198 प्रतिशत की उछाल दर्ज की। इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में इसका शुद्ध लाभ रु. 245.52 करोड़ का था। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में परिचालन से इसकी आय भी 250.34 प्रतिशत बढ़कर रु. 852.59 करोड़ हो गया। FY22 की पहली तिमाही में राजस्व रु 246.34 करोड़ का है।