HDFL हाउसिंग घोटाला: सीबीआई ने किया छोटा शकील का सबसे करीबी अजय नावंदर को गिरफ्तार
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मुंबई: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने डीएचएलएफ घोटाला के 34000 करोड़ के घोटाले में तथाकथित अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के सिपहसालार छोटा शकील का मुंबई खासमखास कहे जाने वाले अजय नावंदर को गिरफ्तार किया है।अजय नावंदर पर मामले के मुख्य आरोपी वाधवन ब्रदर्स के पैसे की हेराफेरी करने का आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई के मुताबिक 34,000 करोड़ रुपये के घोटाले में नावंदर ने वाधवन के लिए धन को एक जगह से दूसरी जगह ठिकाने लगाने की भूमिका में अहम रोल निभाया है। इसके पहले नौ जुलाई को सीबीआई ने इस घोटाले से जुड़े कपिल वधावन, धीरज वधावन और घोटाले से प्रभावित दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड से जुड़े अन्य लोगों की संपत्तियों से एक करोड़ से अधिक के लक्झरी सामानों को जब्त किया था।
इस दौरान सीबीआई ने 38 करोड़ रुपये की 56 पेंटिंग और मूर्तियों को भी जब्त किया था। सीबीआई ने शुक्रवार को मुंबई में रेबेका दीवान और अजय रमेश नावंदर के फ्लैटों पर यह छापेमारी की थी। उस समय सीबीआई ने कहा था कि वांछित अपराधियों के साथ अजय नावंदर के संदिग्ध संबंधों की जांच की जाएगी। बहुत सारे साक्ष्य मिलने के बाद सीबीआई ने यह गिरफ्तारी की है।
20 जून को मामला दर्ज किया गया था इनके खिलाफ और सीबीआई ने जांच को तेज किया जिसमें अजय रमेश नावंदर का नाम सामने जांच में आया और गिरफ्तारी हुई। डीएचएफएल, उसके पूर्व चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर कपिल वधावन, निदेशक धीरज वधावन और अन्य पर 34,615 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी का आरोप है। सीबीआई ने 12 ठिकानों पर छापा मारा था पिछले सप्ताह, सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड के तत्कालीन चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर कपिल वधावन, तत्कालीन डायरेक्टर धीरज वधावन, बिल्डर और बिजनेसमैन सुधाकर शेट्टी और अन्य ने मिलकर यह बैंकों के साथ धोखाधड़ी की साजिश रची थी। एफआईआर में कहा गया है कि आरोपी कपिल वधावन और अन्य ने कंसोर्टियम बैंकों को 42,871 करोड़ रुपये का कर्ज लेने के लिए तरह तरह के प्रलोभन दिए थे।
सीबीआई के एक अधिकारी के मुताबिक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की ओर से 11 फरवरी 2022 को मिली शिकायत के आधार पर कार्रवाई की। मामले में कपिल वधावन और धीरज वधावन पहले से ही जेल में बंद हैं, इन दोनों को यस बैंक से फ्रॉड के मामले में सीबीआई और ईडी की संयुक्त जांच और केस के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। दोनों के ऊपर आरोप है कि उन्होंने यस बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर के साथ मिलकर बैंक के साथ फ्रॉड किया था, तीनों जेल में बंद है।