बीजेपी के इस बयान से सहमे हुए है राणा दंपत्ति! अगर राणा दंपत्ति का इसी तरह प्रदर्शन जारी रहा तो क्या होगा आगे....
अमरावती में लव जिहाद मामले में पुलिस ने दी लापता लड़की के बारे में कई जानकारियां खोखला साबित हुआ राणा का दावा अमरावती में लड़की के अपहरण और अंतरधार्मिक विवाह का मामला सामने आने के बाद माहौल गरमा गयाथा। एक हिंदू लड़की का अपहरण कर उसकी अंतरधार्मिक शादी कर दी, उसके बाद लड़की के परिजनों के साथ सांसद नवनीत राणा आरोप लगाया कि शिकायत पर पुलिस कोई काम नहीं कर रही है पुलिस स्टेशन में हंगामा हुआ। इसी बीच इस युवती का पता मिल गया है और यह युवती पुणे लोहमार्ग पुलिस और सातारा ने हिरासत में ले लिया। इस मामले पर अब पुलिस कमिश्नर आरती सिंह ने प्रतिक्रिया दी कि लड़की परिवार की परेशानियों से तंग आकर घर से निकली थी, सातारा पुलिस ने उसे रेलवे स्टेशन से हिरासत में लिया वो अकेली सातारा ट्रेन से पहुंची थी।
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स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, मुंबई: पिछले 1 से 2 महीने में महाराष्ट्र की सियासत में जबरदस्त उथल-पुथल मची हुई है। एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका देकर राज्य की सीट छीन ली है। एकनाथ शिंदे को शिवसेना के 40 विधायक, 10 निर्दलीय और 12 सांसदों का भी समर्थन मिला है। इसके अलावा टीम शिंदे में शिवसेना के कई पदाधिकारी भी शामिल हुए हैं। अभी भी कई नेता शिवसेना छोड़ रहे हैं। हालांकि अब इसमें एक नया मोड़ आ गया है। उद्धव ठाकरे से दलबदल करने वाले ज्यादातर नेता टीम शिंदे में शामिल हो रहे थे लेकिन अब उन्हें भाजपा में शामिल होने से कोई आपत्ति नहीं है। बीजेपी भी खुले दिल से उनका स्वागत कर रही है। हालांकि टीम शिंदे के कई नेता बीजेपी के इन कदमों से असहज महसूस कर रहे हैं। पुलिस किसी के साथ भेदभाव नहीं करती जो किया है उसी की कार्रवाई की गई है लेकिन हर बार पुलिस की कार्य प्रणाली पर उंगली उठाना राणा दंपत्ति की दिनचर्या बन गई है। अमरावती पुलिस कमिश्नर आरती सिंह ने पिछले दिनों सांसद नवनीत राणा द्वारा लगाए जवाबों पर कहा था कि उनके आरोप निराधार है प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा भी किया था।
जानिए अमरावती में क्या हुआ था
अमरावती जिले में उद्धव ठाकरे की टीम के शिवसेना के मौजूदा जिलाध्यक्ष राजेश वानखेड़े गुरुवार को भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ, अमरावती जिला परिषद के सदस्य, पंचायत समिति के सदस्य और कुछ पूर्व नगरपालिका पदाधिकारी भी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। अब भाजपा की स्थिति जिले में मौजूदा समय में काफी तगडी दिख रही है। भाजपा के सी और डी टीम के तौर पर काम करने वाले विधायक रवि राणा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री बनने का सपना देख रहे है यह हम नहीं कह रहे है बल्कि भाजपा की सी टीम के तौर पर काम करने वाली उनकी सांसद पत्नी नवनीत राणा ने कहा था। लेकिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के दौरे के के बाद अमरावती की समीकरण बदल गया है। अगर राणा दंपत्ति का भाजपा मे विलय नहीं होता है तो उनके सामने कोई विकल्प नहीं है। लेकिन भाजपा से टिकट पाना इन दोनों को बहुत भारी सौदा के तौर पर चुकाना पडेगा।
भाजपा-शिवसेना में विवाद
अमरावती में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बावनकुले के बयान को लेकर कुछ दिनों पहले बीजेपी और शिवसेना के बीच विवाद खड़ा हो गया था। बावनकुले ने संकेत दिया कि सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने पहले ही कहा था कि अमरावती से अगला सांसद और बडनेरा से अगला विधायक बीजेपी का होगा। भाजपा के साथ शामिल शिंदे गुट का हिस्सा रहे शिवसेना नेता और पूर्व सांसद जिन्होंने नवनीत राणा की योग्यता खारिज कराने के लिए हाईकोर्ट तक का सहारा लिया था। शिवसेना में रहते हुए आनंदराव अडसुल भी बावनकुले के बयान से नाराज हैं। आनंदराव अडसुल ने कहा कि अगर राज्य में गठबंधन कायम रखना है तो भाजपा को संयम से बोलना चाहिए। उन्होंने आगे महसूस किया कि भाजपा विधायक और सांसद को अमरावती बुलढाणा शिवसेना के निर्वाचन क्षेत्र के रूप में दावा करना गलत है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, 'बावनकुले को ध्यान रखना चाहिए कि सरकार में हम उनके साथ हैं.' उन्होंने खुद देवेंद्र फडणवीस से बावनकुले के बयान की शिकायत करने का भी जिक्र किया था। अब प्रश्न यह है कि भाजपा क्या राणा दंपत्ति को पार्टी में शामिल करती है या पिर उनके अकेले निर्दलीय के रूप में छोड देती है।
पिछले कुछ समय से सांसद नवनीत राणा किसी न किसी वजह से लगातार चर्चा में बने हुए हैं। मातोश्री पर हनुमान चालीसा का जाप करने के मामले में उन्हें कुछ दिनों तक जेल में रहना पड़ा था। अब ये फिर से फंसने के अच्छे संकेत हैं। अमरावती थाने में उनकी बेवजह हंगामा बाद पुलिस परिवार सड़क पर उतर आया था। अब वकीलों ने भी उनके खिलाफ आवाज उठाई है। विज्ञापन आसिम सरोदे ने कहा है कि वह नवनीत राणा जैसे जनप्रतिनिधियों को प्रदेश में धमकाते नहीं रहने देंगे।अमरावती की एक लड़की कुछ दिन पहले घर से बिना बताए निकल गई थी थी। इस मामले में उसके माता-पिता ने उसके लापता होने की सूचना राजापेठ पुलिस स्टेशन में दी, जिसके बाद राजापेठ पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया लेकिन उसे इस लड़की के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, क्योंकि उक्त युवक एक विशेष धर्म का था। अमरावती में कुछ राजनीतिक नेताओं ने कोशिश की इस केस को लव जिहाद बनाने के लिए सांसद नवनीत राणा ने भी पुलिस स्टेशन जाकर काफी हंगामा खडा किया। जिससे अमरावती समेत पूरे प्रदेश के पुलिस कर्मियों में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। वर्षा भोयर जो एक पुलिस कर्मचारी की पत्नी है, उन्होंने सांसद नवनीत राणा को चेतावनी दी है कि वह नवनीत राणा को नहीं छोड़ेगी, क्योंकि बिना कोई कारण नवनीत राणा पुलिस पर आरोप लगाती रही है खासकर उनके आरोपों में धार्मिक भावना को चोट पहुंचाने की कोशिश की जाती है।
सी. पी आरती सिंह को हटाओ अमरावती को बचाओ. @narendramodi @Dev_Fadnavis @AmitShah pic.twitter.com/mS8VqW69oi
— Navnit Ravi Rana (@navneetravirana) August 12, 2022
अमरावती से लड़की के लापता होने के मामले को सांसद नवनीत राणा ने लव जिहाद का रंग दे दिया था. इसके बाद वह राजापेठ पुलिस स्टेशन गए और जोरदार शिकायत की। इतना सब होने के बाद पुलिस कर्मियों के परिजन नवनीत राणा के खिलाफ काफी आक्रामक हो गए। अब नवनीत राणा के खिलाफ वकीलों की भी बड़ी लाइन खड़ी हो गई है। एड. आसिम सरोदे और उनकी टीम ने सांसद नवनीत राणा को कड़ी टक्कर दी है. अगर कोई पुलिस पर अवैध दबाव बनाने जा रहा है तो हम उसके खिलाफ खड़े होंगे। कठोर शब्दों में एड. आसिम सरोदे ने नवनीत राणा को चेतावनी दी है। वहीं पुलिसकर्मियों के परिजनों को भी लेकर सांसद नवनीत राणा खिलाफ रोष है।
आख़िर मामला क्या है?
अमरावती में मंगलवार को एक लड़की का उसके माता-पिता ने अपहरण कर लिया। उसके बाद पुलिस ने इस मामले में सोहेल शाह नाम के युवक को पूछताछ के लिए बुलाया. इस पूरे मामले की जांच के लिए खाएं। नवनीत राणा ने थाने में फोन किया लेकिन थाने में शिकायत की कि पुलिस ने उसका फोन रिकॉर्ड कर लिया है। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि इस मामले में लव जिहाद हो रहा है। इसके बाद संबंधित लड़की को सातारा पुलिस ने ट्रेन में सफर करते हुए पाया, वह अकेले ट्रेन से यात्रा कर रही थी। मीडिया से बात करते हुए लड़की ने कहा कि वह आगे पढ़ाई करना चाहती थी और वह आगे कोर्स करना चाह रही थी, लेकिन वह घर से भाग गई क्योंकि उसके परिवार ने उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी थी। अमरावती पुलिस कमिश्नर आरती सिंह ने जानकारी दी है कि संबंधित लड़की की तलाश में अमरावती पुलिस ने सातारा और पुणे पुलिस की मदद की कोई लव जिहाद का मामला नहीं आया सामने।
अब सांसद नवनीत राणा ने अमरावती पुलिस से झगड़ कर सरकारी काम में हमेशा रोड़ा अटकाने का काम करती रहती है। ऐसे में महेश तपासे ने उम्मीद जताई है कि राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस नवनीत राणा के खिलाफ कार्रवाई का आदेश देंगे। सांसद नवनीत राणा ने जो अमरावती पुलिस के साथ झूठे आरोप लगाकर उनके साथ बदसलूकी की है उसके लिए क्या कोई उन पर मामला नहीं बनता। महेश तपासे ने कहा कि लेकिन जैसा कि लड़की ने पुलिस को दिए अपने बयान में बताया कि वह गुस्से में घर से निकली थी, यह बात सामने आई है मामले में कोई लव जिहाद का मामला ही नहीं है। इस तरह से एक सांसद का पुलिस स्टेशन और अधिकारियों पर आरोप करना उनके खिलाफ प्रदर्शन करना ठीक बात नहीं है। तपासे ने मांग की है कि क्या गृह मंत्री नवनीत राणा के खिलाफ कार्रवाई का आदेश देंगे?
Amravati MP insults a police officer on duty, throws her tantrums with media in tow, questions his integrity. This सत्ता का नशा continues with BJP & independent MPs. This is police officer's wife's response to the lady MP who's made drama a routine. pic.twitter.com/pzxknGsxhV
— Priyanka Chaturvedi🇮🇳 (@priyankac19) September 8, 2022
लोकसभा में शिवसेना सांसद अरविंद सावंत पर पहले जान से मारने की धमकी की शिकायत कर विवादों के चलते सुर्खियों में आई नवनीत राणा, अपने और अपनी पति की पुलिस द्वारा जबरन गिरफ्तारी की शिकायत लोकसभा अध्यक्ष से करके नवनीत राणा सुर्खियों में आयी। हनुमान चालीसा प्रकरण को लेकर राणा दंपत्ति का बेतुका बयान लेकर 14 दिन जेल में जाना पडता है। अमोल कोल्हे प्रकरण को लेकर बिना वजह जिले में हंगामा करना जबकि इस मामले पर भाजपा प्रवक्ता द्वारा पहले ही आवाज को बुलंद किया गया था। जिसमें साफ हो गया था कि इसका मकसद जिहादी है, लेकिन नवनीत राणा और रवि राणा अमोल कोल्हे के घर गए अलग अलग और दोनों ने अमरावती पुलिस पर जमकर निशाना साधा। फिर एनडीटीवी ने ने उनके अमोल कोल्हे की हत्या करने वाले आरोपियों के साथ की गई फोटो को लेकर जो विवाद खड़ा किया तो दोनों दुहाई देने लगे कि वो आरोपियों को जानते तक नहीं।लेकिन फिर से लव जिहाद को लेकर शंखनाद की जलगांव घोषणा के बाद अमरावती में बिना वजह पुलिस पुलिस स्टेशन में हंगामा और आगे क्या करते है राणा दंपत्ति इस पर सबकी नजर है। शिवसेना और उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनके बयानबाजी के बाद हाल में ही शिवसेना प्रवक्ता ने उनको सी ग्रेड फिल्मों की हीरोइन और बीजेपी की सी और डी टीम की कमलाबाई की सुपारी बाज तक कह दिया।