आरएसएस प्रमुख से मुलाकात के बाद इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष ने भागवत को राष्ट्रपिता कहा
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने कहा कि इलियासी साहब (अखिल भारतीय इमाम संगठन के मुख्य इमाम) ने उन्हें (मोहन भागवत) कई दिन पहले आमंत्रित किया था। इसलिए वहां उनसे मुलाकात हुई। आरएसएस के सरसंघचालक हर वर्ग के लोगों से मिलते हैं। यह निरंतर सामान्य "संवाद" प्रक्रिया का हिस्सा है।
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स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अध्यक्ष मोहन भागवत से मिलने के बाद अखिल भारतीय इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष उमर अहमद इलियासी ने उन्हें राष्ट्रपिता और राष्ट्र के संत की उपाधि दी। भागवत ने गुरुवार को दिल्ली की एक मस्जिद में उमर अहमद इलियासी से मुलाकात की, जिसके बाद इलियासी ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि राष्ट्र सर्वोच्च है। हमारा डीएनए एक ही है लेकिन जिस तरह से हम अल्लाह की पूजा करते हैं वह अलग है। नजर बदलते है तो नजारा बदलता है, मोहन भागवत इस देश के राष्ट्रपिता है भागवत हमारे राष्ट्रऋषि है -उमर अहमद इलियासी
गौरतलब है कि भागवत और इलियासी के बीच कस्तूरबा गांधी मार्ग मस्जिद में एक घंटे से अधिक समय तक बंद कमरे में चर्चा हुई थी। बैठक में भारत संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों कृष्ण गोपाल, राम लाल और इंद्रेश कुमार ने भाग लिया। इलियासी ने कहा कि भागवत को हमारे पिता की पुण्यतिथि के अवसर पर आमंत्रित किया गया था और यह बहुत अच्छा है कि वह आए। देश को एक अच्छा संदेश जाएगा। मोहन भागवत ने मदरसा के बच्चों से भी मुलाकात की और बच्चों से पूछा कि वे क्या पढ़ रहे हैं। यह शायद पहली बार है कि भागवत अचानक किसी मदरसे में गए हैं।
जब भागवत ने बच्चे से पूछा कि वह बड़ा होकर क्या बनना चाहता है तो उसने एक डॉक्टर-इंजीनियर को जवाब दिया। तब भागवत ने कहा कि केवल धर्म सीख कर आप कैसे बन सकते हैं, इलियासी ने कहा कि अब संस्कृत भी पढ़ाया जाएगा, क्योंकि गीता ज्ञान का भंडार है। मिली जानकारी के अनुसार मोहन भागवत ने बच्चों से जय हिंद के नारे लगाए.