शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दो नामों पर घमासान जारी
राज्यसभा में नेता विपक्ष के पद से खड़गे के इस्तीफे के बाद पी. चिदंबरम और दिग्विजय सिंह दौड़ में आगे
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स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करने वाले वयोवृद्ध नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह फैसला 'एक नेता एक पद' के नियम को ध्यान में रखते हुए लिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। उदयपुर में आयोजित कांग्रेस के विचार शिविर में यह निर्णय लिया गया कि कोई भी व्यक्ति पार्टी में 2 पदों पर नहीं रहेगा। खड़गे ने 30 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन का आखिरी दिन था। शशि थरूर नागपुर में उन्होंने वहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मेरी तरफ से बधाई हो मल्लिकार्जुन खड़गे कोयह कोई संघर्ष की लडाई नहीं है थरूर ने कहा कि यह पार्टी की चयन प्रक्रिया है।
शशि थरूर आज नागपुर में जहां पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि नागपुर यात्रा के पीछे दो कारण हैं। पहला, कांग्रेस ने हमेशा अनुसूचित जाति और जनजाति का समर्थन किया है। दूसरा, उन्होंने डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जीवनी पर एक पुस्तक लिखी है। जब शशि थरूर से कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी, राहुल गांधी प्रियंका गांधी सबसे पार्टी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से पहले बात की थी। उनकी तरफ से कह दिया गया है कि यह चुनाव निष्पक्ष होगा। इसलिए मेरा मानना है कि इस चुनाव के बाद कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के उम्मीदवार शशि थरूर पहली बार नागपुर आए तो उन्होंने नागपुर में दीक्षाभूमि का दौरा किया।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर आमने-सामने हैं। शुक्रवार को नामांकन का आखिरी दिन शशि थरूर, मल्लिकार्जुन खड़गे और के. एन। त्रिपाठी ने अध्यक्ष पद के लिए नामांकन किया। हालांकि, के.एन त्रिपाठी का नामांकन पत्र हस्ताक्षर से संबंधित समस्या के कारण रद्द कर दिया गया है। उम्मीदवार 8 अक्टूबर तक नामांकन वापस ले सकते हैं और उसके बाद पूरी तस्वीर साफ हो जाएगी, यदि शेष 2 नामों में से कोई भी नाम वापस नहीं लेता है, तो मतदान प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
जी-23 नेताओं ने मल्लिकार्जुन खड़गे का समर्थन किया
मल्लिकार्जुन खड़गे ने एआईसीसी मुख्यालय में अपना नामांकन दाखिल करते समय पार्टी के कई नेताओं को देखा। पृथ्वीराज चव्हाण, मनीष तिवारी और भूपिंदर सिंह हुड्डा सहित कई जी-23 नेताओं ने भी उस समय खड़गे का समर्थन किया था। अशोक गहलोत, दिग्विजय सिंह, ए.के. एंटनी, अंबिका सोनी और मुकुल वासनिक पी. चिदंबरम उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खड़गे के समर्थक बने हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव नहीं लड़ेंगे दिग्गविजय सिंह
दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्होंने यह जानने के बाद अपना फैसला बदल लिया है कि खड़गे भी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और वह उनका बहुत सम्मान करते हैं इसलिए वह खड़गे का समर्थन करेंगे, वह खड़गे के प्रस्तावक होंगे। खड़गे कांग्रेस के सबसे प्रमुख दलित चेहरों में से एक हैं। अगर खड़गे जीत जाते हैं, तो वह आजादी के बाद कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले छठे दक्षिण भारतीय नेता बन जाएंगे। गौरतलब है कि वह ढाई दशक बाद कांग्रेस की कमान संभालने वाले पहले गैर-गांधी परिवार के व्यक्ति होंगे। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफे के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे शशि थरूर दौड़ में सबसे आगे हैं।