सैकड़ों सीआईटीएस उम्मीदवारों का आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन जारी
सीआईटीएस उम्मीदवारों ने आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन किया क्योंकि सीआईटीएस उम्मीदवारों को आईटीआई डिजाइन निदेशक पदों पर भर्ती के लिए विरोध प्रदर्शन
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मुंबई: आईटीआई डिजाइन निदेशक के पद के लिए 1983 में तैयार किए गए नियमों के अनुसार सीआईटीएस उम्मीदवारों को वरीयता दी जाएगी। लेकिन सीआईटीएस प्रशिक्षित उम्मीदवार भर्ती के दौरान समान अंक प्राप्त करने वाले दो या दो से अधिक उम्मीदवारों में से नियुक्ति के लिए पात्र होंगे। उक्त मानदंड के अनुसार पिछले 39 वर्षों में CITS उम्मीदवारों की बहुत कम नियुक्तियां का गई हैं।
इसी तरह, 2014 में व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण मुंबई के तहत आईटीआई में शिक्षकों की भर्ती के लिए एक विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें सिटी आईएस का कोई जिक्र नहीं था। इससे सीआईटीएस उम्मीदवारों के साथ अन्याय हो रहा है। इस मामले को लेकर औरंगाबाद पीठ में एक याचिका भी दायर की गई थी, इस बार व्यवसायी को लेकर फटकार लगाई गई क्योंकि इस पद्धति की भर्ती प्रक्रिया अवैध है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि औरंगाबाद खंडपीठ द्वारा 1983 के नियम पुराने होने के फैसले के बाद भी, भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिसके परिणामस्वरूप अच्छी तरह से शिक्षित सीआईटीएस उम्मीदवारों के लिए रोजगार के अवसर नहीं हैं।
इस सारी प्रक्रिया से तंग आकर शिक्षित बेरोजगारों ने आजाद मैदान में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। वे मांग कर रहे हैं कि आगामी 1457 कला निदेशक भर्ती में सीआईटीएस प्रशिक्षण पदवी धारकों अनिवार्य किया जाए। सुमित गावकर, सदस्य कला निर्देशक प्रशिक्षित टीम और सोनाले सुहासिनी, सदस्य कला निदेशक प्रशिक्षित टीम इस प्रदर्शन के दौरान मैक्स महाराष्ट्र से बातचीत के दौरान कहा कि हमारी मांगों को पूरा किया जाए जिसके हम अधिकारी सरकार इस पर ध्यान दे। अधिवेशन के दौरान शिक्षित युवक युवतियों की आंदोलन की ओर अपना ध्यान केंद्रित करेगी इस आस में विरोध प्रदर्शन जारी है लेकिन दुर्भाग्य अब तक सरकार की ओर से इसको लेकर कोई पहल नहीं की गई है।