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पुलिस की आलोचना करने वाले पत्रकार पर ट्विटर यूजर्स का करारा जवाब

मुंबई पुलिस का एक और चेहरा है काथे साहेब यह गाते ही नहीं ढोल ताशे भी बजाते है। मुंबई में गणेश उत्सव पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिन और रात की ड्यूटी के दौरान, पुलिसकर्मी अधिकारी खुद को अन्य गणेश भक्तों के साथ आनंद लेने से नहीं रोक पाए। यह एक जगह की नहीं पूरे महाराष्ट्र में पुलिसकर्मियों की बप्पा के प्रति सच्ची श्रद्धा और समर्पण था जिनके आगमन पर वो 11 दिनों तक पुलिस सुरक्षा व्यवस्था करते रहे ताकि मुंबईकरों को कोई तकलीफ ना हो। अगर कुछ पल के लिए उन्होंने नाच ही लिया तो भला हर्ज क्या है, मुंबई पुलिस की इस अद्भुत पहल की हर ओर श्रद्धालुओं ने की तारीफ है।

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स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, मुंबई: कोरोना के बाद अप्रतिबंधित गणेशोत्सव अभी समाप्त हुआ है। इस गणेश उत्सव का विसर्जन जुलूस भी इस साल बड़ी धूमधाम से निकला। लेकिन पुलिस कर्मियों और अधिकारियों के भी इन जुलूसों में शामिल होने और नाचने के वीडियो वायरल हो गए हैं. लेकिन कुछ लोगों ने इसे लेकर पुलिस की आलोचना की है. लेकिन इस आलोचना के दौरान पुलिस को सलाह देने वाले एक चैनल के संपादक को ट्विटर पर खूब ट्रोल सहन करना पड़ा है। पत्रकार प्रसाद काठे ने ट्वीट किया, "पुलिस, वर्दी में मत नाचो। खाकी नृत्य के लिए नहीं है, अपराधियों को कानून की ताल पर नृत्य करने की अनुमति है। जय हिंद" और इतना ही नहीं, उन्होंने @DGPMahashtra @CPMumbaiPolice @Devendra_ऑफिस @कममहरष्ट्र को ट्वीट में टैग किया।

काथे साहेब यह ट्वीट भी देखे

मुख्यमंत्री कार्यालय, गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस, पुलिस महानिदेशक और पुलिस आयुक्त को भी टैग किया गया। लेकिन कई ट्विटर यूजर्स ने उनके ट्वीट की आलोचना की और उनसे कुछ सवाल किए। पत्रकार प्रसाद काते एक बेहतरीन पत्रकार है उनकी अपनी एक सोच है उनका अपना एक लेखन है उस पर उनकी स्वतंत्रता है। कई बार कुछ पत्रकार पुलिस स्टेशन में किसी के साथ केक काटने का वीडियो पुलिस अधिकारियों के साथ वायरल कर देते है, कभी पुलिसकर्मी के गाने और न जाने कितने पुलिसकर्मियों के वीडियो को वायरल होने की खबर देखते और सुनते होगे, एक दौर चला था जब पुलिसकर्मी पुलिस वर्दी में टिक टॉक बनाकर पोस्ट करने लगे ते इसको लेकर भी काफी गहमागहमी की स्थिति बनी। देशभर में यह दौर चला कई पुलिसकर्मियों ने टिकटोक बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल भी किया जिसको लेकर पुलिस प्रशासन ने उन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। एक बार संजय दत्त के पुणे यरवडा जेल में कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा हाथ मिलाए जाने को लेकर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें सरकार ने कड़ा एक्शन लिया था कुछ पुलिसकर्मियों सस्पेंड किया गया था लेकिन उनको उठी आवाज के चलते बहाल करना पडा।




एक ट्विटर यूजर्स @ Vaibhav7pute ने आलोचना करते हुए कहा, "पत्रकार, प्रसाद काथे को लिखा है कि हाथ में कलम रखकर दलाली न करें। यह देश के संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए दिया गया है। संविधान को अवमूल्यन या रौंदने के लिए नहीं, इसे याद रखें !! जय भारत।"एक यूजर @Shaikh_Mohsin12 ने कहा, "अगर जुलूस होता है तो वे 24 घंटे ड्यूटी करते हैं, आखिर वे भी इंसान ही हैं। उन्हें भी तनाव से थोड़ी राहत चाहिए। इसको लेकर आपत्ति की कोई बात नहीं है।

टिक टॉक दौर में पहली कार्रवाई

उत्तरप्रदेश आगरा: सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग से परेशान यूपी पुलिस की महिला सिपाही प्रियंका मिश्रा का इस्तीफा यूपी पुलिस ने मंजूर कर लिया है। प्रियंका मिश्रा पुलिस वर्दी में सरकारी रिवाल्वर के साथ वीडियो बनाकर सुर्ख़ियों में आयी थी। लेकिन वीडियो वायरल होने के बाद उनको लाइन हाजिर होना पड़ा उनके वीडियो पर सफाई भी मांगी गई, उन्होंने लिखित में सफाई भी दी लेकिन उनकी बहाली नहीं होने पर उन्होंने इस्तीफा भेज दिया जिसको आला अधिकारियों ने मंजूरी दे दी।



गुजरात यात्रा धाम: बहुचराजी मंदिर में हिंदी फिल्मों के गानों का वीडियो बनाने वाली कांस्टेबल अल्पिता चौधरी को एक बार फिर सस्पेंड कर दिया गया है। ड्यूटी के दौरान पुलिस की वर्दी में वीडियो बनाने वाली महिला कांस्टेबल अल्पिता चौधरी का वीडियो वायरल होने के बाद एक बार फिर विवादों में आ गया है। पहले टिक टॉक और अब इंस्टाग्राम पर वीडियो अपलोड होने से विवाद ने तूल पकड़ लिया है। पहले उन्होंने अपनी गलती को मान्य किया था कि गलती से वीडियो अपलोड हो गया लेकिन इस बार वर्दी में हिंदी गाने पर वीडियो वायरल होने पर मामले में बहुचाराजी के सरपंच द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद एक महिला पुलिस कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।





महाराष्ट्रअमरावती: चांदूर बाजार से एक पुलिस कांस्टेबल को 'बाजीराव सिंघम' होने का दावा करते हुए हाथ में पिस्तौल लेकर स्टंट करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. उल्लेखनीय है कि निलंबन हटने के बाद शहर के चंदुर बाजार में पुलिस को बधाई देने वाले बैनर लगे हैं. वीडियो अमरावती जिले के चंदुर बाजार के एक पुलिसकर्मी महेश मुरलीधर काले ने सरकारी वर्दी में अपने हाथ में पिस्तौल जैसे हथियार का इस्तेमाल करके बनाया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया था। लेकिन कुछ सप्ताह बाद ही उसको बहाल कर दिया गया आखिरी चेतावनी देकर।

Updated : 11 Sept 2022 12:03 PM IST
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