वाल्मीकि समाज के उत्थान के लिए सरकार सदैव तत्पर : योगी आदित्यनाथ
- महर्षि के मंदिर में आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम कहा- वाल्मीकि समाज के उत्थान के लिए किया गया है आयोग का गठन। आयोग की सिफारिशों के अनुसार ही किया जाएगा समाज का उत्थान। रामायण के जरिए भगवान श्रीराम का साक्षात्कार हम सबसे कराया। चित्रकूट में त्रिकालदर्शी महर्षि की तपोस्थली का विकास करा रही है प्रदेश सरकार
X
स्पेशल डेस्क, मैक्स महाराष्ट्र, लखनऊ:महर्षि वाल्मीकि जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। राजधानी स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर पहुंचे मुख्यमंत्री यहां आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने जन्मोत्सव समिति के सभी पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार वाल्मीकि समाज के हितों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज के लिए एक आयोग भी बनाया गया है, जिसका चेयरमैन समाज से ही है। समाज के लोगों और सफाई कर्मियों के उत्थान के लिए जो कुछ भी अच्छा होना चाहिए, उसकी रिपोर्ट आयोग हमें देगा। मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि केंद्र और राज्य सरकार की ओर से वाल्मीकि समाज के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं और आगे भी किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज शरद पूर्णिमा भी है और मान्यता है कि चंद्रमा आज सबसे अधिक चमकीला होता है और धरती के सबसे नजदीक होता है। इस धरा धाम पर चांद जैसी शीतलता प्रदान करके रामायण की रचना करने वाले त्रिकालदर्शी महर्षि वाल्मीकि की आज जयंती है। महर्षि वाल्मीकि ने भगवान राम का साक्षात्कार हम सबसे करवाया। उन्होंने भगवान राम पर पहला महाकाव्य 'रामायण' रचा था, इसके बाद दुनिया भर में इसी ग्रन्थ को आधार बनाकर भगवान राम के चरित्र को रचा गया।
वाल्मीकि समुदाय के उत्थान के लिए, उनके अच्छे भविष्य के लिए एक आयोग गठित किया गया है... pic.twitter.com/EIfLZt3NPH
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 9, 2022
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये हमारा सौभाग्य है कि आज हम सब महर्षि वाल्मीकि का पावन जन्मोत्सव मना रहे हैं। प्रसन्नता है कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर युद्धस्तर पर बन रहा है। इसके साथ ही महर्षि वाल्मीकि के पावन धाम और उनकी तपोस्थली चित्रकूट के लालापुर और यहीं पर संत तुलसीदास की जन्मभूमि राजापुर जैसी पावन स्थली का हमारी सरकार ने सौंदर्यीकरण करके पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने कार्य किया है। आज लालापुर में पहाड़ी पर आसानी से जाने के किये रोपवे की भी व्यवस्था की गई है।