बीजेपी अपने 5 उम्मीदवारों को जिताने में हुई कामयाब, महाविकास आघाडी सरकार में शामिल कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंस के चलते औंधे मुंह गिरी!!
इससे साफ कहा जा सकता है कि चंद्रकांत हंडोरे का गेम कांग्रेस का षडयंत्र?
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ये है विधान परिषद के विजयी उम्मीदवारों की लिस्ट, बीजेपी से प्रवीण दरेकर, राम शिंदे, उमा खापरे, श्रीकांत भारतीय व प्रसाद लाड- सभी उम्मीदवार विजयी हुए, शिवसेना से सचिन अहीर और आमशा पाडवी- दोनो विजयी हुए, कांग्रेस से जगताप और चंद्रकांत हंडोरे, चंद्रकांत हंडोरे हारे भाई जगताप जीते, राकांपा से रामराजे निंबालकर और एकनाथ खडसे- दोनों विजयी हुए।
विधान परिषद में विजयी प्रत्याशी को कितने वोट
रामराजे निंबालकर- 28
एकनाथ खडसे- 29
अमश्य पड़वी- 26
सचिन अहीर-26
प्रवीण दरेकर- 29
राम शिंदे-30
श्रीकांत भारतीय- 30
उमा खपरे-27
प्रसाद बालक- 28
भाई जगताप- 26
गजब है, कांग्रेस का पहली पसंद वाला उम्मीद्वार हार गया और दूसरी पसंद का जीत गया, सबसे गजब तो तब हुआ जब प्रसाद लाड की जीत हुई!!
मुंबई: विधान परिषद चुनाव आज गुप्त मतदान शुरू हो गया है लेकिन महाविकास अघाड़ी में कोई विभाजन नहीं होगा और क्रॉस वोटिंग की कोई भी संभावना को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खारिज कर दिया है। लेकिन इस विधान परिषद चुनाव से ऐसा लग रहा है कांग्रेस की पहली पसंद बने चंद्राकांत हंडोरे के साथ कांग्रेस ने ही गेम कर दिया। कांग्रेस के तीन विधायकों के क्रॉस वोटिंग का ठीकरा किसके सिर फोडे महाविकास आघाडी सरकार या कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले पर?
कांग्रेस के भाई जगताप और चंद्रकांत हंडोरे को लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है भाई के पक्ष में कम लेकिन चंद्रकांत हंडोरे के पक्ष में कांग्रेस में ज्यादा सहमति बनी हुई थी। कहा जा रहा था कि कांग्रेस में ही भाई जगपात के खिलाफ क्रॉस वोटिंग हो सकती है। एनसीपी इन सब निडर है क्योंकि उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने विधान परिषद चुनाव में चमत्कार की घोषणा पहले ही कर दी है
महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा के उम्मीदवारों द्वारा विधान परिषद के खडे उम्मीदवारों का चुनाव करना है। वर्तमान विधायक ही वोट कर पाएंगे जबकि शिवसेना के रमेश लटके का निधन हो चुका है, एनसीपी के नवाब मलिक और अनिल देशमुख को वोट करने का अधिकार पर अदालत ने सहमति नहीं दी है। शिवसेना को विश्वास है कि आज विधान परिषद में क्रॉस वोटिंग नहीं होगी। विधान परिषद चुनाव दिखाएगा कि हमारे बीच कोई विभाजन नहीं है। दोनों उम्मीदवार सचिन अहीर और आमशा पाडवी नए नेता होंगे।
महाराष्ट्र की छह सीटों के लिए 10 जून को हुए राज्यसभा चुनाव में हार महाविकास आघाडी की दुर्भाग्यपूर्ण है। चुनाव में शिवसेना के वोटों का बंटवारा नहीं हुआ था, लेकिन शिवसेना को एहसास हुआ कि क्या गलत हुआ था। विधान परिषद चुनाव में विधायकों को खरीद फरोख्त का रास्ता किसने अख्तियार किया इसका भी खुलासा हो जाएगा। किसने निर्दलीय विधायकों समर्थन अपनी ओर करने में सफलता पाई, क्या राज्यसभा चुनाव में जीत की तरह पुनरावृत्ति फिर फिर से दोहरा कर देवेंद्र फडणवीस फिर से महाविकास आघाडी से सरकार को मात देकर बाजीगर बने.....