बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने पलटकर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा, 'पहले सांसदों को मिलने वाली मुफ्त सुविधाओं पर चर्चा करते हैं.'
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नई दिल्ली: बीजेपी के लोकसभा सांसद वरुण गांधी ने आज फिर अपनी ही पार्टी की सरकार को घेरा. बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने देश में राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त उपहार देने की प्रथा को रोकने के लिए जीरो आवर नोटिस जारी किया है. इसी मुद्दे पर आधारित वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा, 'बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने सदन में राजनीतिक दलों द्वारा मुफ्त उपहार देने की संस्कृति को खत्म करने के मुद्दे पर चर्चा का प्रस्ताव रखा, लेकिन जनता को दी जाने वाली रियायतों पर उंगली उठाने से पहले हमें यह देखना चाहिए. खुद.. क्यों न सांसदों की पेंशन समेत अन्य सभी ग्रेच्युटी खत्म करने की चर्चा शुरू कर दी जाए?'
इससे पहले वरुण ने एलपीजी गैस की कीमत को लेकर सरकार की घेराबंदी की थी। उन्होंने लिखा कि पिछले पांच साल में 4.13 करोड़ लोग एक बार भी अपने एलपीजी सिलेंडर नहीं भर पाए, जबकि 7.67 करोड़ लोगों ने केवल एक बार अपने सिलेंडर को रिफिल किया। गैस के बढ़ते दाम और मामूली सब्सिडी गरीबों का 'उज्ज्वला ना चूल्हा' बुझा रही है। क्या इस तरह "स्वच्छ ईंधन, बेहतर जीवन" का वादा पूरा होगा?
श्री सुशील मोदी ने आज सदन में 'मुफ्तखोरी की संस्कृति' खत्म करने पर चर्चा का प्रस्ताव रखा है।
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 3, 2022
पर जनता को मिलने वाली राहत पर उँगली उठाने से पहले हमें अपने गिरेबाँ में जरूर झांक लेना चाहिए।
क्यूँ न चर्चा की शुरूआत सांसदों को मिलने वाली पेंशन समेत अन्य सभी सुविधाएँ खत्म करने से हो? https://t.co/msiSeWkvy8
वरुण गांधी ने भी कुछ दिन पहले बेरोजगारी के मुद्दे पर ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा कि सरकार द्वारा संसद में दिए गए ये आंकड़े बेरोजगारी की स्थिति को दिखा रहे हैं. पिछले 8 वर्षों में 22 करोड़ युवाओं ने केंद्रीय विभागों में नौकरी के लिए आवेदन किया, जिसमें से केवल 7 लाख को ही रोजगार मिला। इस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है जब देश में एक करोड़ रिक्तियां हैं?