अभिनेत्री गहना वशिष्ठ के फ्लैट नकली कागजातों के जरिए कब्जा करने की कोशिश, 4 लोगों पर मामला दर्ज
इससे पहले भी इस तरह की वारदात कई अभिनेत्रियों के साथ भी हुई है। पूर्व पुलिस कमिश्नर की पहल से दर्ज हुआ मामला एक साल पुलिस थाना का चक्कर लगा रही थी गहना, क्या विवादों में रहने वाली पुलिस से हमेशा तेवर दिखाकर बात करने वाली गहना वशिष्ठ की इस फ्लैट की कहानी इससे पहले भी इस तरह की वारदात कई अभिनेत्रियों के साथ भी हुई है
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मुंबई: अभिनेत्री गहना वशिष्ठ, जिन्हें वंदना तिवारी के नाम से भी जाना जाता है, पर पुलिस ने दो महिलाओं सहित चार लोगों से मलाड में उनका फ्लैट छीनने का मामला दर्ज किया है। जून 2018 में जब गहना अपने मलाड स्थित फ्लैट पर पहुंची तो रहने वालों ने उसे घर में घुसने नहीं दिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों की पहचान सुजाता, वसीम शेख, रुखसाना और शोएब के रूप में हुई है। गहना ने आरोप लगाया कि पुरुषों ने 60 लाख रुपये के म्हाडा फ्लैट के स्वामित्व के जाली दस्तावेज बनाए और इसका इस्तेमाल फ्लैट को पचाने के लिए किया। पुलिस ने आरोपियों को उनके सामने पेश होकर बयान देने का नोटिस भेजा है।
अभिनेत्री पिछले एक साल से इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने की कोशिश कर रही थी लेकिन कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। अंत में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय से मिली और मदद की गुहार लगाई उनके निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज की गई। इस संबंध में अंधेरी निवासी अभिनेत्री गहना वशिष्ठ ने कहा कि उन्होंने 2021 में फ्लैट खरीदा था और उसे किराए पर देना था, इसलिए उन्होंने वसीम शेख से संपर्क किया, जो यहां एक मेडिकल स्टोर के मालिक हैं। उन्होंने कहा कि वह एक एस्टेट एजेंट के रूप में काम करके एक अच्छा ग्राहक दिखाएंगे।
इस संबंध में गहना के मुताबिक उसने शेख की मदद से यह फ्लैट सुजाता को 18,000 रुपये महीने में किराए पर दिया था। कोरोना के लॉकडाउन के दौरान, सुजाता ने कहा कि वह एक बार में पांच महीने का किराया देगी क्योंकि उसके पास किराए का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं थे। इस पर गहेना ने सहमति जताई और फिर समझौते को आगे बढ़ाने की बात कही गई। हालांकि, इसी बीच गहना को राज कुंद्रा से जुड़े एक पोर्न केस में गिरफ्तार कर लिया गया और वह ध्यान नहीं दे पाईं।
इसके बाद गहना को सोसायटी के सेक्रेटरी का फोन आया और पूछा कि उनके फ्लैट में असली किराए दार कौन है क्योंकि एक अन्य महिला यहां रहने आई थी। इसलिए गहना ने जब छानबीन की तो पता चला कि सुजाता ने फर्जीवाड़ा कर फ्लैट का मालिकाना हक रुखसाना को बेच दिया था। साफ था कि इस धोखाधड़ी में शेख की भी भूमिका थी। इसके बाद गहना ने मालवणी पुलिस से संपर्क किया। लेकिन एक साल तक उनकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया गया। पुलिस आयुक्त संजय पांडे से संपर्क किया तो उसके निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज की गई।