Home > न्यूज़ > मांजरा बांध के सभी 18 गेट खोले; नदी किनारे खेतों को भारी नुकसान

मांजरा बांध के सभी 18 गेट खोले; नदी किनारे खेतों को भारी नुकसान

मांजरा बांध के सभी 18 गेट खोले; नदी किनारे खेतों को भारी नुकसान
X

courtesy social media

लातूर : लातूर, उस्मानाबाद और बीड जिलों के लिए वरदान बना मांजरा बांध ओवरफ्लो हो गया है. बांध के जलग्रहण क्षेत्र में अभी भी बारिश हो रही है, बांध के सभी 18 फाटकों को मंगलवार (28 दिसंबर) को सव्वा सें तीन मीटर तक खोल दिया गया और बांध से 70,845 क्यूसेक पानी का निर्वहन शुरू कर दिया गया है. बांध के 42 साल के इतिहास में तीसरी बार सभी गेट खोले गए हैं।

मांजरा नदी बेसिन का 145 किमी हिस्सा उफान पर है और इससे नदी में बाढ़ आ गई है। नदी में बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने से नदी किनारे के गांवों की फसल डूब गई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है.

मांजरा बांध से लातूर शहर को पानी की आपूर्ति की जाती है। बांध लातूर एमआईडीसी, उस्मानाबाद और बीड जिले के कुछ गांवों को भी पानी की आपूर्ति करता है। बांध के जलग्रहण क्षेत्र में पहले ज्यादा बारिश नहीं होती थीं और ये क्षेत्र लगातार सूखे का सामना कर रहा हैं. लेकिन हर तीन से चार साल के बाद बांध भर रही है




इस साल भी बांध पूरी क्षमता से भरा है। इसलिए बांध के जलग्रहण क्षेत्र की पानी की समस्या भले ही हल हो गई हो, लेकिन नदी में बाढ़ आने से कृषि को भारी नुकसान हुआ है.

Updated : 29 Sept 2021 12:46 PM IST
Tags:    
Next Story
Share it
Top