वैतरणा नदी के बीच फंसे 10 वर्करों को 13 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद, एनडीआरएफ ने सुरक्षित बाहर निकाला
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पालघर: वैतरणा नदी की अंदर बन रहे रेलवे की चौथी के लिए जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा पिछले काफी समय से काम किया जा रहा है काम करीब 60 फीसदी से ज्यादा पूरा हो चुका है। वेस्टर्न लाइन को विरार से पालघर से तक सिंगल लाइन होने के चलते यहां पर रेलवे द्वारा 4 लाइन को विस्तार करने का काम जोरों पर चल रहा है। तहसीलदार-पालघर द्वारा सूचना मिलने पर जीआर इंफ्रास्ट्रक्चर के 10 श्रमिक गांव के पास वैतरणा नदी में फंस गए होने के बाद एनडीआरएफ की टीम ने काफी सूझबूझ के साथ रात भर करीब 13 घंटो के रेस्क्यू ऑपरेशन को जारी रखा और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।
एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर अरखित जना के मार्गदर्शन में यह पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। श्री जना के मुताबिक कल बसई भूस्खलन के बाद पालघर जिला में दूसरा बड़ा ऑपरेशन एनडीआरएफ की 20 सदस्यीय टीम ने सफलतापूर्वक एक के बाद दूसरे इस रेस्क्यू ऑपरेशन को करीब 13 घंटे तक निगरानी के बाद सफल किया। उन्होंने बताया कि ब्रिज निर्माण करने वाले कंपनी के वर्कर वैतरणा नदी में ब्रिज निर्माण के लिए लगाए गए दो जैक एकर पर काम कर रहे थे तेज बारिश के कारण जैक पानी में फंस गया था जिसको वोट के जरिए खींचकर बाहर लाया जाता है। लेकिन वो नदी की तह में फंस गया, शाम में करीब 7 बजे उनको सूचना मिली काफी अंधेरा था। जैक को पूरी तरह से कवर कर निगरानी रखी गई थी लेकिन पानी की बहाब काफी तेज था।
रात भर सतत प्रयास कर दोनों जैक पर काम करने वाले 10 वर्करों को सुरक्षित पानी कम होने के बाद सुबह में रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया एक जैक पर फंसे पहले 4 तो दूसरे जैक पर फंसे 6 ऐसे कुल 10 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया। कल पालघर वसई भूस्खलन के बाद वैतरणा रेशक्यु आपरेशन कुल 20 घंटों के ज्यादा लगातार एनडीआरएफ की टीम ने सतत ऑपरेशन को इंस्पेक्टर अरखित जना के मार्गदर्शन में किया।