गोल्हे वाडी -सायगांव रोड का बुरा हाल, सड़क न होने से कीचड़ भरे पानी से गुजरते छात्र, किसान और ग्रामीण बस्ती के लोग
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नासिक: येवला तालुका में गोल्हे वाडी -सायगाव रोड और उससे सटे शिव रोड का इन दिनों दोनों सड़कों की हालत बहुत खराब है और सचमुच क्षेत्र के 30 से 40 स्कूली छात्रों को कीचड़ को रौंदकर पानी के बीच से रोजाना स्कूल के लिए गुजरना पड़ रहा है। हर साल बरसात में सड़क इसी तरह से हो जाती है, लोगों और ग्रामीणों द्वारा सड़क निर्माण की कई सालों से मांग की जा रही हैं, लेकिन ग्राम पंचायत जिला परिषद और स्थानीय विधायक से लेकर सरकार सब इनकी बातों को सुनती है लेकिन इन लोगों की सुनी व्यथा को हमें अनदेखा किया जा रहा है। आज हम स्वतंत्रता की 75 वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव की बात कर रहे है हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है लेकिन यहां का उज्जवल भविष्य अंधकार और दलदल में है।
हम मना रहे है आजादी का अमृत महोत्सव और नासिक में रास्ते का यह हाल, विद्यार्थी, बस्ती के रहवासी, ग्रामीण किसान, से लेकर महिलाएं तक परेशान
पिछले दस साल से सड़क की मांग करने के बाद भी संबंधित विभाग की अनदेखी कर रहा है। इस तरह की नाराजगी स्थानीय ग्रामीणों ने दी है। येवला तालुका में गोल्हे वाडी -सायगाव सड़क की मरम्मत की मांग 2011 से की जा रही है। चूंकि सड़क नहीं बनी है, मानसून के दौरान सड़क बहुत खराब स्थिति में है। बारिश के पानी के जमा होने के कारण, इस गोल्हे वाडी -सायगाव के छात्रों ने स्कूल जाने के लिए कीचड़ और पानी के बीच से गुजरना पड़ता है। इसलिए यहां के नागरिकों को भी आने-जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। साथ ही, गोल्हे वाडी -सायगाव में शिव रास्ता मुख्य सड़क तक बहुत ही दयनीय स्थिति बन गई है और यहां के छात्रों को हमेशा अपने माता-पिता को गांव में स्कूल आने के लिए लाना पड़ता है। स्कूल में बच्चों की कम संख्या के चलते स्कूल की शिक्षकों की नौकरी खतरे में है किसानों खेतों के लिए लगने वाली सामग्री लाने के लिए इस नरकीय रास्ते से ही गुजरना पड रहा है।
दस दिन पहले एक महिला को प्रसूति के लिए अस्पताल ले जाने के लिए कोई साधन नहीं मिलने पर ग्रामीणों ने महिला को ट्रैक्टर की ट्राली में बैठाकर अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया। । हालांकि यह सड़क काफी हद तक क्षतिग्रस्त हो चुकी है और स्थानीय नागरिक मांग भी जायज हैं, फिर प्रशासन क्यों इनकी ओर ध्यान नहीं दे रहा है। देश में बडे बडे रास्ते बनाने वाले केंद्रीय परिवहन राज्य मंत्री नितिन ग़करी महाराष्ट्र और नासिक के लोगों की यह दुर्दशा भारत में किसी राज्य में रास्तों की नहीं होगी? इस सड़क की तत्काल मरम्मत की जाए और अगर सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो नागरिकों को जोरदार आंदोलन की चेतावनी दी गई है।