महाराष्ट्र में नया समीकरण,भाजपा-मनसे गठबंधन से क्या उत्तर भारतीय मतदाता दूर हो सकते हैं BJP से?
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मुंबई। नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि MNS भविष्य में बीजेपी के साथ आ सकती है। फडणवीस के इस संकेत ने महाराष्ट्र की राजनीति में नया समीकरणबनाने की नींव रखी है। पर इस चीज पर कोई पुख्ता मसौदा तैयार नहीं हुआ है। फडणवीस का कहना है कि अगर मनसे हिंदुत्व के साथ-साथ गैर मराठी लोगों को अपने साथ जोड़ती है तो वे हमारे साथ आ सकते हैं। यदि मनसे और बीजेपी एक साथ जुड़ते हैं तो निश्चित महाराष्ट्र की राजनीति में बवंडर आएगा।
यह यह कोई पहला मामला नहीं है जब बीजेपी और मनसे के एक साथ आने की खबरें सुर्खियां बनी हैं। हालांकि नितिन गडकरी और राज ठाकरे के बीच में वर्ली के एक होटल में मुलाकात हुई थी। तब गडकरी ने भी ऐसे ही संकेत दिए थे। महाराष्ट्र बीजेपी इन दिनों शिवसेना का तोड़ ढूंढने में जुटी हुई है। राज ठाकरे को अपने साथ मिलाकर बीजेपी शिवसेना को जाने वाले मराठी वोट को बांटने की फिराक में है। शिवसेना के बढ़ती दूरियों को देखते हुए बीजेपी के लिए महाराष्ट्र में मनसे जैसी पार्टी का सपोर्ट काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। पर मनसे को साथ लेने से भाजपा उत्तर भारतीय मतदाता दूर हो सकते हैं।
माना जा रहा है कि भाजपा अगर मनसे बीएमसी चुनाव में गठगंधन होता है तो उत्तर भारतीयों का एक धड़ा जो फेरीवाले मजदूर आदि हैं वह बीजेपी दूर हो सकते हैं। चूंकि उत्तर भारतीयों के मनसे का रवैया कभी ठीक नहीं रहा है। भले ही भाजपा-मनसे गठबंधन से भाजपा को थोड़ा फायदा होवे, मगर उतना ही उसे नुकसान भी हो सकता है।