ठाणे सेशन कोर्ट ने एटीएस को दिया आदेश,हिरेन की मौत की जांच NIA को सौंपो
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मुंबई। मनसुख हिरेन की मौत के मामले में ठाणे सेशन कोर्ट ने बुधवार को महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वॉयड को आदेश दिया कि इस केस की जांच रोककर इसे एनआईए को सौंप दे। एनआईए ने कोर्ट में अपील की थी कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश बावजूद ATS उसे जांच हैंडओवर नहीं कर रही। दो दिन पहले एक फाइव स्टार होटल में की गई छापेमारी के दौरान CCTV की जांच में पता चला है कि सस्पेंड API सचिन वझे जिस दौरान होटल में ठहरे थे, उस बीच एक महिला उनसे मिलने आई थी। उस महिला के पास नोट गिनने वाली मशीन थी।
एनआईए को शक है यह महिला वझे की राजदार है, इसलिए इस महिला की तलाश तेज कर दी गई है। एनआईए को इस बात का भी शक है यह महिला पूरी साजिश में शामिल हो सकती है। सचिन वझे 16 फरवरी से 20 फरवरी तक नकली नाम, फर्जी आधार कार्ड और फोटो दिखाकर मुंबई के होटल ट्राइडेंट में ठहरे थे। सोमवार को एनआईए वझे को लेकर यहां आई थी और करीब तीन घंटे तक सीन का रीक्रिएशन करवाया। इस दौरान CCTV फुटेज की जांच हुई और स्टाफ के लोगों के बयान दर्ज किए गए। वझे को मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर से बरामद जिलेटिन से भरी स्कॉर्पियो के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
CCTV फुटेज की जांच में सामने आया है कि वझे जब होटल में आए थे तब उनके पास पांच बैग थे, जिनमें से एक बैग में जिलेटिन होने का भी शक है। साथ ही आशंका है कि उनसे मिलने आई महिला को विस्फोटक रखने की पूरी साजिश की जानकारी थी। सूत्रों के मुताबिक वझे ने महिला के बारे में NIA को जानकारी दे दी है। एनआईए की जांच में सामने आया है कि वझे ने अपना फर्जी आधार कार्ड बनवाया था। इस आधार कार्ड में तस्वीर वझे की ही है, लेकिन उनके नाम की जगह सुशांत सदाशिव खामकर लिखा है।