Home > News Window > किसने दिया था सदा सरवणकर को मनोहर जोशी का घर जलाने का निर्देश....?

किसने दिया था सदा सरवणकर को मनोहर जोशी का घर जलाने का निर्देश....?

शिवसेना से दो बार बगावत करने वाले विधायक सदा सरवणकर ने मैक्स महाराष्ट्र के कार्यकारी संपादक विलास आठवले से खास मुलाकात में कई बातों का किया खुलासा जिसमें उन्होंने कहा कि शिवसेना के नेता ने कहा था उनका टिकट कटने जला दो मनोहर जोशी का घर... मैक्स महाराष्ट्र पर देखे पूरा साक्षात्कार

किसने दिया था सदा सरवणकर को मनोहर जोशी का घर जलाने का निर्देश....?
X

मुंबई: शिवसेना से दो बार बगावत करने वाले विधायक सदा सरवणकर ने शिवसेना को अपना 40 साल दिया। एकबार टिकट कटने पर सदा सरवणकर ने शिवसेना छोडी थी क्योंकि उनका टिकट काटकर आदेश बांदेकर को शिवसेना ने दिया था। जब शिवसेना ने सदा सरवणकर का टिकट काटा था तो वो उद्धव ठाकरे से मिले थे लेकिन उद्धव ठाकरे ने कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन ऊपर से एक रिंग बजी और मिलिंद नार्वेकर ने मुझसे आकर कहा कि मनोहर जोशी के चलते तुम्हारा टिकट काटा गया है। मैं मिलिंद नार्वेकर की बात सुनकर मनोहर जोशी की घर की और निकला ही था कि बांद्रा ब्रिज पर पहुंचा ही ता कि मुझे संजय राउत का फोन आया कि माहित पडले काय कोणी कापले टिकट... घर जा यानि शिवीगाळ कर आमि घर जाळून टाक.... मेरे कार्यकर्ता पहले मनोहर जोशी के घर के पास कूच कर चुके थे उन्होंने कहा कि यहा पर 30 से 40 कैमरे पहले से लगे है मैंने उन्हें आदेश दिया कि रुको कुछ मत करों मैं पहुंचा मनोहर जोशी से मिला लेकिन उस बात में कोई दम नहीं था.... फोन पर संजय राउत की बात मेरे जेहन आ भी गूंजती है कि क्या यह मेरे लिए चक्रव्यूह था एक ट्रेप ता में समझ गया पिर शिवसेना में आया मुझे जवाबदारी दी गई लेकिन मेरी किसी बात को सुना नहीं जाता था। हर बातों को नजर अंदाज किया गया पार्टी में रहकर भी मैं न के बराबर था। सदा सरवणकर ने एक एक करके अपनी बातें रखी.......


1 मेरे द्वारा लगाई जाने वाली होर्डिंग को बीएमसी तुरंत निकाल देती थी, मैें अनिल देसाई अनिल परब, विनायक राउत, उद्धव ठाकरे आदित्य ठाकरे से कई बार की लेकिन किसी ने मेरी ओर ध्यान नहीं दिया। पार्टी ने मेरी ओर अनदेखा किया... अपने इस पूरे आरोपों के बीच वो उद्धव ठाकरे पर कोई आरोप लगाने से बचते रहे।


2 सदा सरवणकर ने कहा कि आज भी शिवसेना में है वो न बागी और गद्दार दोनों नहीं है, शिवसेना में उनकी बातों को सुना नहीं जाता था मैंने कई बार अपनी बात पार्टी के शीर्ष नेताओं ने मेरी किसी बातों को ध्यान नहीं दिया।


3 चुनाव के दौरान किस तरह पुलिस और बीएमसी के लोगों ने परेशान किया चुनाव के पेंप्लेट शिवसेना शाखा में घुसकर पुलिस वाले ने लात से उड़ाया जिस पर बालासाहेब और मोदी की फोटो थी मैंने यह बात बी कही लेकिन कोई एक्शन उस शेळके नामक पुलिस अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि वो यहां पर ढाई साल तक पुलिस स्टेशन में रहकर शिवसैनिकों को अपने आतंक से डराता धमकाता रहा। इसी दिघावकर करके बीएमसी अधिकारी ने आतंक मचाया मैंने कई बार कहा लेकिन कुछ नहीं किया पार्टी ने क्योंकि इन अधिकारियों को आदित्य ठाकरे का समर्थन इसलिए....


4 सदा सरवणकर ने कहा कि मैंने एक बीएमसी के अधिकारी के अत्याचार के बारे में एकनाथ शिंदे को कहा कि यह समस्या है तो उन्होंने तुरंत मेरे सामने बीएमसी कमिश्नर चहल को फोन किया और कहा कि तत्काल बदली करा... और हुआ.... तो क्या उद्धव ठाकरे में प्रशासनिक पकड़ कम थी इस पर भी सदा ने कहा कि मैं ऐसा नहीं कह रहा हूँ....

Updated : 24 July 2022 5:18 AM GMT
Tags:    
Next Story
Share it
Top