टीका उत्सव मनाने वाले थे क्या हुआ? प्रियंका गांधी का PM मोदी पर निशाना
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मुंबई : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मरीज और टीकाकरण की स्थिति को लेकर केंद्र पर जमकर निशाना साधा। इस भयानक परिस्थिति में लोगों के घरों में जाकर टीकाकरण करना आवश्यक है। सिर्फ झूठे वादे और आस्वासन देकर देशवासियों के साथ धोखा किया गया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया है 'सकारात्मक सोच की झूठी तसल्ली स्वास्थ्य कर्मचारियों व उन परिवारों के साथ मज़ाक़ है जिन्होंने अपनों को खोया है और ऑक्सीजन-अस्पताल-दवा की कमी झेल रहे हैं' रेत में सर डालना सकारात्मक नहीं, देशवासियों के साथ धोखा है।
सकारात्मक सोच की झूठी तसल्ली स्वास्थ्य कर्मचारियों व उन परिवारों के साथ मज़ाक़ है जिन्होंने अपनों को खोया है और ऑक्सीजन-अस्पताल-दवा की कमी झेल रहे हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 12, 2021
रेत में सर डालना सकारात्मक नहीं, देशवासियों के साथ धोखा है। pic.twitter.com/0e1kRxrAZI
तो प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्वीट किया और कहा है कि
'भारत सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश है। भाजपा सरकार ने 12 अप्रैल को टीका उत्सव मना दिया, लेकिन वैक्सीन की कोई व्यवस्था नहीं की और इन 30 दिनों में हमारे टीकाकरण में 82% की गिरावट आई। मोदी जी वैक्सीन फैक्ट्रियों में गए, फोटो भी खिंचाई मगर उनकी सरकार ने वैक्सीन का पहला ऑर्डर जनवरी 2021 में क्यों किया?
अमरीका और अन्य देशों ने हिंदुस्तानी वैक्सीन कंपनियों को बहुत पहले ऑर्डर दे रखा था। इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? घर-घर वैक्सीन पहुंचाए बिना कोरोना से लड़ना असम्भव है।
भारत सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 12, 2021
भाजपा सरकार ने 12 अप्रैल को टीका उत्सव मना दिया, लेकिन वैक्सीन की कोई व्यवस्था नहीं की और इन 30 दिनों में हमारे टीकाकरण में 82% की गिरावट आई।
मोदी जी वैक्सीन फैक्ट्रियों में गए, फोटो भी खिंचाई मगर उनकी सरकार ने वैक्सीन का पहला ऑर्डर 1/2 pic.twitter.com/5VEOhQNbmN
जिस तरह से देश में कोरोना को लेकर हालत है यही वजह है कि विरोधी पार्टिया सरकार पर निशाना साध रही है ताकि सरकार की गलतियों को जनता के सामने लाया जाए ये बात तो सच है की सरकार की और से कहा गया था वैक्सीन उत्सव मनाया जाए लेकिन हकीकत में कई राज्यों में वैक्सीन ही उपलब्ध नहीं है ऐसे में सरकार को जल्दबाजी में किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं करनी चाहिए.