यूपी का सियासी पारा हाई! अमित शाह के बाद मोदी, फिर नड्डा और अब राष्ट्रपति से मुलाकात, योगी के मन में चल रही कौन सी बात?
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मुंबई : 10 जून को लखनऊ से सीएम योगी आदित्यनाथ दिल्ली पहुंचे अचानक से उनके दिल्ली दौरे ने सभी को अचंभित कर दिया हैं इसको लेकर राजनितिक गलियारों में खूब चर्चा हो रही है जिसमे ऐसा भी कहा जा रहा है की शायद बीजेपी पार्टी और सीएम के बीच सब कुछ ठीक नहीं है नहीं चल रहा है. यूपी पंचायत में बीजेपी के खराब प्रदर्शन को लेकर भी चर्चा हो रही है.
बता दे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 10 जून को दिल्ली पहुंचे हैं. योगी का दिल्ली पहुंचना और केंद्र समेत कई बड़ें नेताओ से मिलना सवाल खड़े कर रहा है. एक ओर जहां कैबिनेट के विस्तार को लेकर सवाल उठ रहे हैं तो वहीं, अगले साल होने वाले चुनाव को लेकर बीजेपी ने क्या महामंथन शुरू कर दी है इस तरह के सवाल उठ रहे हैं.
बता दें, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर चुके हैं, साथ ही उनकी मुलाकात आज बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी हुई है. पीएम मोदी और सीएम योगी के बीच कुल डेढ़ घंटे तक बाते होती रही उसके बाद योगी जेपी नडा से भी मिले।
#दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से उनके आवास पर मुलाकात की।@JPNadda @OfficeofJPNadda @myogiadityanath @myogioffice @CMOfficeUP @kpmaurya1 @narendramodi @PMOIndia @BJP4UP @BJP4Delhi pic.twitter.com/4nL6OpGUu7
— हिन्दी ख़बर | Hindi Khabar (@HindiKhabar) June 11, 2021
बीते दिन योगी ने गृहमंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की थी. और अब इसके बाद योगी करीब डेढ़ बजे राष्ट्रपति भवन कि तरफ रवाना होगें।
केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करने के बाद से एक बार फिर राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई है. इन अटकलों को तब और बल मिला जब सूत्रों ने दावा किया कि नड्डा ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की और एक दिन पहले ही बीजेपी में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मिले. प्रसाद ने हालांकि इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट करार दिया.
हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए पूर्व प्रशासनिक अधिकारी और विधान परिषद के सदस्य ए के शर्मा भी दिल्ली में हैं. सूत्रों का कहना है कि उन्होंने पार्टी के कुछ केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की.
मुलाकातों के इस दौर के बारे में बीजेपी नेताओं या पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कोई आधिकारिक जानकारी तो नहीं दी लेकिन सूत्रों ने दावा किया कि यह कवायद प्रसाद और शर्मा सहित कुछ अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश सरकार में शामिल किए जाने को लेकर है