प्रीति शर्मा मेनन का ट्विटर अकाउंट ब्लाक,कहा-लोगों की आवाज दबाना चाहती है मोदी सरकार
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मुंबई। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमत होने के लोकतांत्रिक मूल्यों और अधिकारों के विपरीत गैर कानूनी कदम उठाते हुए ट्विटर इंडिया ने कई विपक्षी नेताओं के ट्विटर अकाउंट निलंबित कर दिए हैं । आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और मुंबई प्रभारी प्रीति शर्मा मेनन और महाराष्ट्र सचिव धनंजय रामकृष्ण शिंदे के ट्विटर एकाउंट तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिए गए हैं।
प्रीति शर्मा मेनन को भेजे ट्विटर के कानूनी नोटिस में कहा गया है कि यह कार्रवाई एक अधिकृत संस्था के कानूनी अनुरोध के अनुपालन में सरकार के निर्देश पर की गई है, जिसे कानून-प्रवर्तन या सरकारी एजेंसी के रूप में परिभाषित किया गया है। यह विडंबना है कि ट्विटर एक तरफ तो अपने उपयोगकर्ताओं को "पारदर्शिता" के हित में, उनके खातों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बारे में सूचित करने की बात करता है, तो दूसरी तरफ यह बताने से इनकार करता है कि किस सरकारी एजेंसी ने ट्विटर एकाउंट निलंबित करने के आदेश दिए हैं ।
प्रीति शर्मा मेनन ने कहा, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमति की आवाज को दबाने का यह केंद्र सरकार का कुत्सित प्रयास है। यह कदम इमरजेंसी से कम नहीं है। ऐसा लगता है कि ट्विटर के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता केवल पश्चिमी देशों के लिए है और भारत जैसे देशों के लिए ट्विटर का यह रवैया बेहद भेदभावपूर्ण और शर्मनाक है। अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमति लोकतंत्र के मजबूत आधार हैं।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमति की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। हम सब को यह याद रखना है कि संविधान ने हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और असहमत होने का अधिकार दिया है । केंद्र सरकार को भी यह समझ लेना चाहिए कि यह देश संविधान और कानून से चलता है, भारतीय जनता पार्टी की मनमर्जी से नहीं। हम मांग करते हैं कि ट्विटर बिना शर्त माफी मांगे और हमारे ट्विटर एकाउंट को तुरंत बहाल करे। "