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नासिक में मिलावटी तेल, तो पुणे में मिलावटी घी बरामद महाराष्ट्र एफडीए की कार्रवाई जारी

नासिक में मिलावटी तेल, तो पुणे में मिलावटी घी बरामद महाराष्ट्र एफडीए की कार्रवाई जारी
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मुंबई: नासिक जिले के शिंदे गांव में गोपाल कसार, विशेष मिशन के तहत खाद्य सुरक्षा अधिकारी, अमित रासकर, अविनाश दाभाडे खाद्य सुरक्षा अधिकारी के साथ, मेसर्स मे माधुरी रिफाइनर्स गोदाम पर छापा मारा। प्राइवेट लिमिटेड पर की गई है। 1,10,11280/- रुपये का शेष स्टॉक मूल्य 1,10,11280/- रुपये सात विभिन्न प्रकार के खाद्य तेल के नमूने लेकर जब्त किया गया। उक्त कार्रवाई लेबल दोष और विज्ञापन के आधार पर और घटिया भोजन के संदेह पर की गई थी। उक्त कार्रवाई नासिक विभाग के संयुक्त आयुक्त गणेश पार्लीकर एवं सहायक आयुक्त (खाद्य) विवेक पाटील के मार्गदर्शन में की गयी।

मिलावटी घी के निर्माण के विरुद्ध कार्यवाही - खाद्य एवं औषधि प्रशासन पुणे कार्यालय की खाद्य सुरक्षा अधिकारी श्रीमती क्रांति बरावकर ने महेंद्र सिंह मनोहर सिंह के गोदाम, भूतल पर स्थित विक्की कुम्भर भवन, स्टेट बैंक के पास, अम्बेगांव बू, पुणे में छापेमारी कर निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि उस स्थान पर वनस्पति और अन्य मिलावटी पदार्थों से मिलावट घी तैयार किया जा रहा था। उक्त विक्रेता से मिलावटी घी व सब्जी के सैंपल जांच के लिए लिए गए और शेष मिलावटी घी 88 किलो, कीमत रु. 22,000/- और संयंत्र (मिलावटी सामग्री) 73 किग्रा लागत 11,096/- व्यापक जनहित में मिलावट होने के संदेह में 33,096/- रुपये की राशि जब्त की गई है। एफडीए पुणे कार्यालय को भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में इसका मामला भी दर्ज करवाया गया हैय़






उक्त खाद्य नमूनों को विश्लेषण के लिए राज्य स्वास्थ्य प्रयोगशाला पुणे भेजा गया है। उक्त प्रकरण में विक्रेता के विरूद्ध निरीक्षण में पाई गई त्रुटि के अनुसार का समझौता आवेदन पत्र दाखिल कर समझौता शुल्क के रूप में 10,000/- की वसूली की गई है। उक्त मामले में विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं सम्मान अधिनियम, 2006 के प्रावधानों के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह कार्रवाई संजय नारगुडे, संयुक्त आयुक्त (खाद्य) पुणे, के मार्गदर्शन में रमाकांत कुलकर्णी, सहायक आयुक्त (खाद्य) और श्रीमती क्रांति बरावकर, खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा की गई।





दैनिक जीवन में विभिन्न खाद्य पदार्थों को बनाने के लिए खाद्य तेल का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए हमेशा सतर्क रहता है कि सभी लोगों को अच्छी गुणवत्ता वाला खाद्य तेल मिले और खाद्य तेल के नमूने नियमित रूप से और साथ ही विशेष मिशन के दौरान प्रयोगशाला के माध्यम से जांच के लिए लिए जाएं। उसी तर्ज पर खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण, नई दिल्ली द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार, राज्य भर में खाद्य तेल और सब्जी के साथ-साथ बहु-स्रोत खाद्य तेल (एमएसईओ) का सर्वेक्षण अभियान चलाया गया।



इसे 01/08/2022 से 14/08/2022 तक लागू किया जा रहा है और इस अवधि के दौरान स्थानीय और प्रतिष्ठित बड़े ब्रांडों के खाद्य तेल के नमूने भी लिए जाएंगे और सर्वेक्षण के लिए उनका विश्लेषण किया जाएगा। मल्टी-सोर्स एडिबल ऑयल (MSEO) बिना एगमार्क लाइसेंस के नहीं बेचा जा सकता है, हालांकि सब मिशन की जांच भी की जाएगी। साथ ही अतिरिक्त खाद्य तेल की बिक्री प्रतिबंधित है और अतिरिक्त खाद्य तेल बेचने वालों के खिलाफ मौजूदा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। उक्त अभियान के तहत। दिनांक 12/08/2022 को नागपुर मंडल में 30 खाद्य तेल के 30 और एमईएसओ के 02 सहित कुल 32 सर्वेक्षण नमूने जांच के लिए लिए गए हैं। उक्त सर्वेक्षण नमूनों की विश्लेषण रिपोर्ट प्राप्त होते ही निम्न गुणवत्ता वाले खाद्य तेल के विक्रेताओं से नियमित खाद्य नमूने लेकर कानून के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी। महाराष्ट्र राज्य में खाद्य तेल सर्वेक्षण अभियान में कुल 270 नमूने लिए गए है।

Updated : 13 Aug 2022 2:03 AM GMT
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