स्टोरी डिस्को डांसर की,पहले लेफ्ट फिर टीएमसी और अब बीजेपी
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कोलकाता। Bengal Chunav 2021 सियासी जमीन पर नई पारी खेलने को बेचैन बीजेपी के दिग्गज नेताओं की ताबड़तोड़ रैलियों की शुरुआत हो चुकी है. सवाल यह भी उठ रहे है कि आखिर भाजपा के सीएम फेस कौन हैं? क्या बीजेपी बंगाल चुनाव का रिजल्ट निकलने का इंतजार कर रही है? अगर ऐसा कुछ है तो मिथुन चक्रवर्ती को पार्टी में क्यों शामिल कराया गया है? 350 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके मिथुन साल 2014 में तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर राज्यसभा पहुंचे थे.
उस समय बंगाल से लेकर दिल्ली तक शारदा चिटफंड स्कैम सुर्खियों में था. इसमें मिथुन चक्रवर्ती का नाम भी उछला और मिथुन ने 2016 में राज्यसभा से इस्तीफा दिया. मिथुन ने इस्तीफा देने का कारण हेल्थ को बताया था. 2016 में बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी की सरकार दोबारा बनी. वहीं, बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती राजनीति से दूर दिखने लगे थे. आखिर में 7 मार्च को पीएम मोदी की कोलकाता के ब्रिगेड ग्राउंड में रैली में मिथुन चक्रवर्ती बीजेपी में शामिल हो गए. बड़ा सवाल यह है कि आखिर मिथुन दा को पार्टी में लाने के लिए बीजेपी को क्यों मजबूर होना पड़ा? दरअसल, तृणमूल कांग्रेस का नारा है- 'बंगाल को चाहिए बंगाल की बेटी' मतलब सीएम ममता बनर्जी. इससे लड़ने के लिए बीजेपी ने मिथुन दा को पार्टी में लाया है।