Home > News Window > शाहरुख खान भीतरी तो परप्रांतीय बाहरी क्यों? अब बंगाल में घमासान

शाहरुख खान भीतरी तो परप्रांतीय बाहरी क्यों? अब बंगाल में घमासान

शाहरुख खान भीतरी तो परप्रांतीय बाहरी क्यों? अब बंगाल में घमासान
X

कोलकाता। विधानसभा चुनाव 2021 से पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं बाहरी बनाम भीतरी के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने बुधवार को करारा प्रहार किया. कहा कि पश्चिम बंगाल के विकास में दूसरे राज्यों के लोगों ने बंगालियों से बड़ी भूमिका निभायी है.'बाहरी बनाम भीतरी' की बहस के बीच आये भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि दिलीप घोष राज्य के इतिहास और संस्कृति के बारे में जाने बिना 'बांटने वाली' राजनीति कर रहे हैं.

दिलीप घोष ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, 'स्वतंत्रता पूर्व के काल से, जो लोग दूसरे राज्यों से आये थे, उन्होंने बंगाल के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी. उनमें से अधिकतर, मिलों और कारखानों में काम करने वाले लोग अन्य राज्यों से थे. इस तरह बाहर से आये लोगों ने राज्य के विकास में बंगालियों से बड़ी भूमिका निभायी.'भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि बंगाल के कल्याण के लिए काम करने वाले लोगों को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस अब 'बाहरी' करार दे रही है.

उन्होंने व्यंग्य किया, 'शाहरुख खान (राज्य के एंबैसडर) और प्रशांत किशोर (तृणमूल कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकार) अब भीतरी हो गये हैं.'श्री घोष की टिप्पणी पर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि 'बंगालियों को अपमानित करने और उन्हें कमतर आंकने' के भाजपा के इरादे का अब खुलासा हो गया है. उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि दिलीप घोष राष्ट्र के संपूर्ण विकास और स्वतंत्रता संग्राम में बंगालियों की भूमिका के बारे में नहीं जानते।

Updated : 2 Dec 2020 2:55 PM GMT
Tags:    
Next Story
Share it
Top