सिर्फ पनीर की खुशबू के नाम सिंथेटिक पनीर लोगों को बेचा जा रहा था।
अगर आप भी पनीर के शौकीन है तो सावधान हो जाए, पनीर में सबसे ज्यादा मिलावट हो रही है। शहर में जितना दूध की उत्पादन नहीं है उतनी क्षमता में में शहर में पनीर का मिलना सच में एक सवालिया निशान छोड़ता है। यह हम नहीं एफडीए के अधिकारी बया कर रहे है पढ़े यह रिपोर्ट
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नासिक: फूड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग ने खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वाले नासिक को दो डेयरियों पर छापेमारी करके 12 लाख रुपये के नकली पनीर में इस्तेमाल करने करने पाम तेल, घी,और दूध पाउडर को बरामद करने के बाद दोनों डेयरियों के गोदामों को सील कर दिया है। एफडीए के अधिकारियों के मुताबिक इनके पाय दूध के कोई भी प्रोडक्ट बेचने और बनाने के लाइसेंस सहित कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं था। काफी समय से डेयरी की आड में यह पनीर और दूध से संबंधित पदार्थों को बनाने का काम कर रहे थे। दोनों जगहों पर एफडीए की दो टीमों ने एक साथ कार्रवाई की।
पहली कार्रवाई एफडीए की टीम ने नासिक मधुर डेयरी पर की जहां पर किसी लाइसेंस की बिना पर ही पनीर बनाने का काम किया जा रहा था। यह गुप्त जानकारी एफडीए की टीम को मिली अन्न सुरक्षा मानक कायदा के 2006 के अंतर्गत एफडीए के अधिकारी पी.एस पाटील, ए.यू रासकर एस.के पाटील की टीम ने उपयुक्त स्थान पर छापेमारी की। जहां पर संदेहास्पद स्थिति के मद्देनजर सघन तलाशी ली गई तो वहां पर पनीर के नाम पर इस्तेमाल होने वाले रिफाइंड पाम तेल, घी, दूध पाउडर और इनसे बनाई गई पनीर इत्यादि 2,35,796 की सामग्री को बरामद किया गया है। एफडीए के अधिकारियों के मुताबिक यह गोरखधंधा घुले नामक व्यक्ति चला रहा था था सारे सामान को सीज कर गोदाम पर सील गया दिया गया है।
जबकि दूसरी रेड एफडीए के अधिकारियों ने आनंद डेयरी फार्म पर पर छापेमारी करके उसके गोदाम की सघन तलाशी की तो वहा भी एफडीए अधिकारी डी.डी तांबोली, ए.आर दाभाडे, जी.वी. कासार को गोदाम से पाम तेल आइल, दूध पाउडर, घी, इत्यादि बरामद हुए हुए पनीर से दुग्ध पदार्थ की खुशबू लाने के लिए इन चीजों का इस्तेमाल किया जाता था। एक तरह से से कहे तो सिंथेटिक पनीर तैयार करने के यह दो बडे गोदाम नासिक शहर में चल रहे थे। एफडीए के अधिकारियों ने इस गोदाम से पनीर सहित अन्य सामग्री के साथ कुल 9,67,315 रुपये के सामानों को बरामद कर गोदाम पर सील लगा दिया है। एफडीए के संयुक्त आयुक्त जी.एस परलीकर के मार्गदर्शन में सहायक आयुक्त यू.एन लोहकरे के निर्देश पर यह कार्वाई की गई।