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Donation का हिसाब नहीं देती हैं राजनीतिक पार्टियां! दानवीर Top 10 राज्य,गुजरात NO-1 महाराष्ट्र,UP के बाद चौथा कौन?

Donation का हिसाब नहीं देती हैं राजनीतिक पार्टियां! दानवीर Top 10 राज्य,गुजरात NO-1 महाराष्ट्र,UP के बाद चौथा कौन?
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फाइल photo

मुंबई। चुनाव आयोग की तरफ से 2301 पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त दल है. पर हैरान करने वाली बात यह है कि वित्तीय वर्ष 2017-18 और 2018-19 में इन्होंने मिलने वाले सालाना चंदे की रिपोर्ट चुनाव आयोग को उपलब्ध कराना जरूरी नहीं समझा है.2301 पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त दलों में से सिर्फ इन दो वित्तीय वर्षों में 2018-19 के लिए केवल 78 दलों और वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए 82 दलों ने ही अपना सालाना चंदा रिपोर्ट सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराया है.

जबकि 2301 दलों में से वर्तमान में राज्य विधानसभा और लोकसभा में करीब 30 दलों ने सीटें जीती हैं. लेकिन इन 30 दलों में से केवल 3 दलों ने ही वित्तीय वर्ष 2017-18 और वित्तीय वर्ष 2018-19 में मिले चंदे को सार्वजनिक‌ किया है.गैर सरकारी संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ( एडीआर) द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है. इसमें गैर मान्यता प्राप्त दलों को मिलने वाले चंदे की रिपोर्ट का विश्लेषणात्मक विवरण जारी किया है.

15 मार्च 2019 को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नवीनतम राजपत्र अधिसूचना के मुताबिक आयोग के पास कुल 2360 राजनीतिक दल पंजीकृत थे. इनमें से 2301 या 97.50 फ़ीसदी पंजीकृत राजनीतिक दल अमान्य हैं.इसके पीछे भी एक बड़ी वजह यह हो सकती है कि यह दल या तो नए पंजीकृत दल हैं या इन दलों ने राज्य विधानसभा या लोकसभा चुनाव में पर्याप्त प्रतिशत वोट हासिल नहीं किए हैं या इन दलों ने पंजीकृत होने के बाद कभी चुनाव नहीं लड़ा. इस तरह के दलों को चुनाव आयोग गैर मान्यता प्राप्त दल मानता है. गैर मान्यता प्राप्त दलों को सभी लाभ भी नहीं मिलते हैं जो मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों को मिलते हैं.

एडीआर की ओर से जारी की हाल की रिपोर्ट में दोनों वित्तीय वर्षों में 138 पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त दलों के चंदा रिपोर्ट्स को जारी करते हुए यह भी बताया है कि हर साल 30 सितंबर को सालाना चंदा रिपोर्ट या उसकी डिटेल्स चुनाव आयोग या फिर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराई जाती है जिसको एक तय समय सीमा के भीतर राज्य सीईओ की वेबसाइट पर अपलोड किया जाता है. लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि देश में इतने बड़ी संख्या में पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त दल है जो कि चंदा भी लेते हैं. लेकिन उसकी रिपोर्ट आयोग को देना जरूरी नहीं समझते हैं.

दलों को किस राज्य से सबसे ज्यादा चंदा मिला है, उसमें गुजरात राज्य सबसे टॉप पर है. गुजरात से 54. 206 करोड़ राशि 3511 दानदाताओं से प्राप्त हुई है. जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र से 6526 दानदाताओं से 12.239 करोड जबकि तीसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश राज्य से 3.294 करोड़ की राशि 179 दानों से मिली है. वहीं दिल्ली से 2.95 करोड़, तमिलनाडु से 2.92 करोड, राजस्थान से 2.715 करोड़, वेस्ट बंगाल से 1. 62 करोड़, हरियाणा से 1.143 करोड़, बिहार से 0.87 करोड़ और कर्नाटक से 0.75 करोड़ का चंदा दलों को मिला है।

Updated : 6 Feb 2021 12:19 PM GMT
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