मुंबई के सांसद कोटक के प्रयत्नों को मिला यश,OTT प्लेटफार्म को लेकर सरकार ने लिया संज्ञान
X
मुंबई। भाजपा सांसद मनोज कोटक पहले सांसद हैं,जिन्होंने सबसे पहले OTT प्लेटफार्म पर रेगुलेटरी बॉडी लाने की मांग की थी और लोकसभा में भी ये मुद्दा उठाया था। साथ ही OTT प्लेटफार्म पर सेंसरशिप और रेगुलेटरी बॉडी लाकर उसे कंट्रोल करने की मांग की थी। इस संदर्भ में सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखा और उनसे मुलाकात भी की थी। पत्र में मनोज कोटक ने लिखा था कि OTT प्लेटफार्म युवाओं में काफी पॉपुलर है। अभी तक कोई भी कानून और autonomus बॉडी नही बनाया गया है जिससे कि OTT प्लेटफार्म और इनके डिजिटल कंटेंट को नियंत्रित किया जा सके। अब यह जरूरी है कि इसे रेगुलेट किया जाए।
OTT प्लेटफार्म पर जो प्रोग्राम टेलीकास्ट किये जाते हैं। उसमें Sex, Violance, Drugs, Abuse, Hate and Vulgarity से भरे हुए होते है। कभी-कभी ये हिन्दू भावना और धार्मिक सेंटीमेंट्स को आघात पहुचाते हैं। साथ ही उस वक्त तांडव webseries में deliberately हिन्दू भगवान और हिन्दू धार्मिक भावनाओं का अनादर किया गया है,उसका जिक्र भी पत्र में किया था और सूचना प्रसारण मंत्रालय से मांग की थी कि OTT प्लेटफार्म के लिये एक रेगुलेटरी अथॉरिटी बनानी चाहिए, साथ ही विवादित webseries तांडव पर बैन लगाने की मांग की थी,सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के सेक्रेटरी से भी बात की थी,उनकी मांग के बाद ओटीटी कंटेंट का मुद्दा गरमाया था।
उनके प्रयत्नों को आज यश मिला है। ओटीटी प्लेटफार्म के मामले को लेकर सरकार में संज्ञान लिया है। गौरतलब है कि हाल ही में वेब सिरीज तांडव में विवादास्पद कंटेंट का विरोध करते हुए सांसद मनोज कोटक ने लोकसभा में कहा था कि OTT प्लेटफार्म पर सेंसरशिप न होने की वजह से अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर उठाया जाता है गैरफायदा। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर OTT प्लेटफार्म पर जो प्रोग्राम टेलीकास्ट किये जाते है। Sex, Violance, Drugs, Abuse, Hate and Vulgarity से भरे हुए होते है, और विशेषकर ये हिन्दू भावना और धार्मिक सेंटीमेंट्स को आघात पहुचाते है।