Maharashtra दलित लड़की के साथ गैंगरेप, मरा समझ सड़क किनारे फेंका, मौत
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जलगांव। जलगांव में 20 साल की दलित लड़की की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई है। तीन आरोपी लड़की को घर से उठा ले गए थे। गैंगरेप के बाद बुरी तरह घायल लड़की को मरा हुआ समझ आरोपी बस स्टैंड के पीछे फेंक फरार हो गए। स्थानीय लोग उसे लेकर धुले के जिला हॉस्पिटल पहुंचे। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पीड़ित के मामा की शिकायत पर पारोला पुलिस स्टेशन की एक टीम मामले की जांच कर रही है। लड़की का अपहरण पारोला गांव से हुआ और कसौदा गांव ले जाकर उसके साथ रेप किया गया।
लड़की शहर के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में सेकंड ईयर की स्टूडेंट थी। 3 नवंबर को वह अपने मामा के घर रहने के लिए आई थी। 7 नवंबर को उसका अपहरण तब हुआ जब उसके मामा घर से बाहर थे। 24 घंटे तक आसपास खोजने के बाद जब वह नहीं मिली तो उन्होंने 8 तारीख की शाम 5.30 बजे उसके अपहरण की रिपोर्ट पारोला पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई। अगले दिन बस स्टैंड पर घायल हाल में मिली युवती ने उसकी साथ हुई वारदात अपने मामा, मां और बड़ी बहन को बताई।
उसने बताया कि टोली गांव के शिवानंद शालिक पवार दोस्ती के लिए उस पर दबाव बना रहा था। लेकिन जब उसने मना कर दिया तो शिवानंदन शालिक पवार, पप्पू अशोक पाटिल, अशोक वालजी पाटिल 7 नवंबर को तीन बजे उसके घर पहुंचे और उसे जबरदस्ती उठा ले गए। वे पीड़िता को कसौदा गांव के पास एक अज्ञात स्थान पर ले गए और गैंगरेप किया। फिलहाल, अभी पुलिस की ओर से रेप की पुष्टि नहीं की गई। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि यह गैंगरेप हुआ या नहीं।