हम भारत को बीजेपी मुक्त बनाएंगे: केसीआर-नीतीश एक मंच पर
- केंद्र सिर्फ दुष्प्रचार में लगा है, उसे राज्यों के बुरे हालात की परवाह नहीं: केसीआर
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पटना: बिहार में एनडीए से नाता तोड़ने के बाद अब नीतीश कुमार विपक्षी नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं. नीतीश कुमार को हाल ही में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ एक मंच पर देखा गया था, जहां दोनों नेताओं ने भाजपा मुक्त भारत का आह्वान किया था। बिहार के पटना में एक कार्यक्रम में नीतीश कुमार और चंद्रशेखर राव को एक साथ देखा गया। इस बीच नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सिर्फ प्रचार पर ध्यान दे रही है, काम पर नहीं।
बिहार सरकार के अलावा तेलंगाना सरकार ने शहीद जवानों के परिवारों को 10- 10 लाख रुपए एवं वीर श्रमिकों के परिजनों को 5- 5 लाख रुपए की अनुदान राशि की मदद के साथ उन्हें सम्मानित किया।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 31, 2022
लॉकडाउन के दौरान तेलंगाना के सीएम ने श्रमवीरों बिहार वापस लौटने में मदद की थी।जो की काफी सराहनीय है। pic.twitter.com/3Lpxa3Civf
नीतीश ने 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष को एकजुट होने की अपील की और भाजपा मुक्त भारत का आह्वान किया। कार्यक्रम के मौके पर संवाददाता सम्मेलन में चंद्रशेखर राव ने नीतीश कुमार को बड़ा भाई बताया और कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार निजीकरण की गिरफ्त में है और राज्यों की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही है, केवल प्रचार करने पर ध्यान दे रही है। केसीआर के बिहार दौरे को विपक्षी एकता को मजबूत करने के तौर पर भी देखा जा रहा है।
गलवान घाटी में शहीद हुए बिहार के वीर सपूतों एवं सिकंदराबाद दुर्घटना के मृतकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु आयोजित कार्यक्रम में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव शामिल हुए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं आज तेलंगाना के CM के. चंद्रशेखर राव के साथ बिहार सरकार और तेलंगाना सरकार के साझा कार्यक्रम में गलवान घाटी में शहीद हुए बिहार के वीर सपूतों और हैदराबाद दुर्घटना में शहीद बिहार के वीर श्रमिकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
बिहार सरकार के अलावा तेलंगाना सरकार ने शहीद जवानों के परिवारों को 10- 10 लाख रुपए एवं वीर श्रमिकों के परिजनों को 5- 5 लाख रुपए की अनुदान राशि की मदद के साथ उन्हें सम्मानित किया। लॉकडाउन के दौरान तेलंगाना के सीएम ने श्रमवीरों बिहार वापस लौटने में मदद की थी, जो की काफी सराहनीय है।