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कैसे मानेंगे अन्ना,BJP को टेंशन,कहा-मुझे सरकार पर भरोसा नहीं,30 से दिल्ली में करूंगा अनशन
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रालेगण सिद्धि। अन्ना हजारे ने 30 जनवरी से किसानों के समर्थन में दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन शुरू करने का ऐलान किया है। केंद्र के निर्देश पर राज्य भाजपा इकाई ने पूर्व कृषिमंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल को अन्ना को मनाने का जिम्मा सौंपा गया है। विखे पाटिल का प्रभाव क्षेत्र महाराष्ट्र के अहमदनगर का वह इलाका माना जाता है, जहां अन्ना का गांव रालेगण सिद्धि है। भाजपा किसी भी परिस्थिति में अन्ना हजारे को दिल्ली में अनशन करने से रोकना चाहती है।
इसलिए फडणवीस ने राधाकृष्ण विखे पाटिल को अन्ना को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी है। राधाकृष्ण विखे पाटिल ने खुद रालेगण सिद्धि जाकर अन्ना से मुलाकात की और केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, करीब दो घंटे हुई चर्चा के दौरान लगे विखे पाटिल ने विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस से भी अन्ना हजारे की फोन पर बात कराई है। माना जा रहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो दिल्ली के बड़े नेताओं से भी अन्ना की बातचीत कराई जाएगी।
यह भी कहा जा रहा है कि अगर अन्ना नहीं माने तो पूर्व सीएम फडणवीस यहां आकर दोबारा अन्ना के साथ बात करेंगे। इससे पहले दिसंबर 2020 में अन्ना ने कहा था कि सरकार सिर्फ कोरे वादे ही करती है, इसलिए अब मुझे सरकार पर भरोसा नहीं कर सकता। देखते हैं कि सरकार मेरी मांगों पर क्या फैसला करती है। सरकार ने मुझसे एक महीने का समय मांगा था, इसलिए मैंने उन्हें जनवरी तक का समय दिया है। अगर मेरी मांगे पूरी नहीं होती, तो मैं भूख हड़ताल शुरू करूंगा। यह मेरा आखिरी आंदोलन हो सकता है।