आखिर कब तक आयेगी कोरोना वैक्सीन, कहां तक पहुंच चुका है टेस्ट?
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पुणे। भारत की नजर दुनियाभर में कोरोना की वैक्सीन पर भी है. दुनिया में कौन सी वैक्सीन का सफल ट्रायल हो रहा है. हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक इंटरनैशनल लिमिटेड की कोरोना वैक्सीन का ट्रायल तीसरे चरण में है. भारत बॉयोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के साथ काम कर रही है . इंडियन स्कूल ऑफ बिजनस की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में बताया गया कि फेज-1 और फेज-2 के ट्रायल्स कामयाबी के साथ पूरे कर लिये गये हैं .
तीसरे फेज के लिए 2 अक्टूबर को इजाजत मांगी गयी थी. तीसरे फेज में लगभग 26 हजार लोगों पर ट्रायल होना है. भारत बायोटेक की एक और कंपनी भी वैक्सीन पर काम कर रही है. इस वैक्सीन को नांक के जरिये लिया जा सकेगा यानि यह इंट्रानेजल होगी. यह वैक्सीन अगले साथ तक तैयार होगी. भारत बायोटेक ने एक समझौते के तहत भी वैक्सीन पर काम किया है वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के साथ लाइसेंसिंग समझौता के तहत भारत बायोटेक नाक के जरिये ली जाने वाली वैक्सीन एडेनोवायरस वैक्सीन की एक अरब खुराक तक का उत्पादन करने के लिए काम कर रही. इस कंपनी के पास अमेरिका, जापान और यूरोप को छोड़कर सभी बाजारों में वैक्सीन वितरित करने का अधिकार मिला है.
पुणे में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया में वैक्सीन का काम अंतिम फेज में है. दिसंबर तक वैक्सीन की 10 करोड़ खुराक तैयार होगी. सीरम इंस्टिट्यूट दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर काम कर रही है.सीरम इंस्टिट्यूट ने अब तक वैक्सीन के 6 करोड़ डोज तैयार किये हैं दिसंबर तक 10 करोड़ डोज तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. कंपनी इस वक्त ज्यादा से ज्यादा खुराक बनाने पर ध्यान दे रही है. कोरोना वैक्सीन पर काम कर रही मॉडर्न इंक ने कहा, कोरोना की वैक्सीन के ट्रायल में यह बचाव में 94.5 फीसद कारगर रहा है।