बाप-बेटी ED ऑफिस पहुंचे.2 लाख में सरकारी जमीन खरीद 7 करोड़ में बेचने का मामला
X
मुंबई। पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे और उनकी बेटी शारदा चौधरी, पुणे स्थित भोसरी MIDC जमीन आवंटन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस पहुंचे हैं। इससे पहले केंद्रीय जांच एजेंसी ने खडसे को 30 दिसंबर 2020 को पूछताछ के लिए समन किया था, पर कोरोना के लक्षण मिलने की बात कहकर वे 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन में चले गए थे। खडसे कुछ महीने पहले कोरोना से संक्रमित हो कर ठीक भी चुके थे। एकनाथ खडसे लंबे वक्त तक भाजपा के नेता रहे हैं।
नवंबर 2020 को उन्होंने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की है और इस बीच उन पर ईडी की जांच की आंच पहुंच गई। खडसे को जिस केस में ED ऑफिस में बुलाया गया है वह पुणे में MIDC (महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) की एक जमीन डील से जुड़ा है। ED का दावा है कि एकनाथ खडसे ने पूर्व की सरकार में मंत्री रहने के दौरान अपने पद का दुरुपयोग करते हुए पुणे के भोसरी इलाके में साल 2016 में तीन एकड़ जमीन 2 लाख रुपए में खरीदी थी और बाद में उसी जमीन को 7 करोड़ में बेचा था।
आरोप ये है कि ये पैसा बाद में उन फर्मों में ट्रांसफर किया गया जो खडसे के परिवार से जुड़ी हैं। एकनाथ खडसे 2014 में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में राजस्व मंत्री थे। कंस्ट्रक्शन फील्ड से जुड़े हेमंत गवांडे नाम के एक शख्स की शिकायत पर अप्रैल 2017 में एंटी करप्शन ब्यूरो ने बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर एकनाथ खडसे के खिलाफ केस दर्ज किया। उनकी पत्नी मंदाकिनी और दामाद गिरीश चौधरी के खिलाफ भी केस किया गया है।।