FASTag:टोल प्लाजा पर सभी लेन फास्टैग,नकद देना महंगा पड़ेगा
X
नई दिल्ली। 15 फरवरी की मध्यरात्रि से जिन वाहनों में फास्टैग नहीं लगे होंगे उनसे दोगुना पैसा लिया जायेगा. अब टोल प्लाजा के सभी लेन को फास्टैग लेन ही बना दिया जायेगा. इनमें अब कैस लेने के लिए कोई लेन नहीं होगा. मंत्रालय ने यह आदेश जारी किया है. मंत्रालय ने पहले ही यह संकेत दिये थे कि आपकी गाड़ी में 15 फरवरी तक फास्टैग होना जरूरी है. अब फास्टैग का स्टीकर ना होने से आपको दोगुना पैसा लगेगा पहले ये समयसीमा 1 जनवरी 2021 थी, जिसे बढ़ाकर 15 फरवरी कर दिया गया था. अब स्पष्ट है कि गाड़ी में फास्टैग ना होना बड़ा महंगा साबित होगा. इस समय कुछ बैंकों की ओर से फास्टैग जारी किए जा रहे हैं. इनमें एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक और ईडीएफसी फर्स्ट बैंक शामिल हैं. भारत के राष्ट्रीय राजमार्गों पर 720 से ज्यादा टोल प्लाजा पर फास्टैग पेमेंट ऑप्शन मौजूद है.
फास्टैग एक स्टीकर है
एनईटीसी यानी नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टॉल कलेक्शन फास्टैग इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम से काम करता है. इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) द्वारा विकसित किया गया है और आरएफआईडी तकनीक का इस्तेमाल कर टोल प्लाजा पर वाहन को बिना रोके ही टोल का भुगतान हो जाता है. फास्टैग एक स्टीकर है, जो आपकी कार के विंडशील्ड पर अंदर से चिपका होता है. ये रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआई) बारकोड के जरिए आपकी गाड़ी की रजिस्ट्रेशन डिटेल के साथ लिंक होता है.
कीमत इस बात पर भी निर्भर करती है
फास्टैग की कीमत इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप इसे कहां से खरीद रहे हैं. हर बैंक की फास्टैग की फीस और सिक्योरिटी डिपोजिट को लेकर अलग पॉलिसी है. आप कार के लिए पेटीएम से फास्टैग 500 रुपये में खरीद सकते हैं. इसमें 250 रुपये रिफंडेबल सिक्योरिटी डिपोजिट और 150 रुपये मिनिमम बैलेंस मिलता है. वहीं, अगर आप इसे आईसीआईसीआई बैंक से खरीदते हैं, तो इसके लिए आपको इश्यू फीस के रूप में 99.12 रुपये और 200 रुपये डिपोजिट रकम देनी होगी और 200 रुपये का बैलेंस रखना होगा.