किसान नेता बूटा सिंह का एलान,अब रेलवे ट्रैक पर देश के लोग जाएंगे
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नई दिल्ली। नए कृषि कानून को लेकर आंदोलन पर बैठे किसानों के नेता बूटा सिंह ने गुरुवार को कहा कि भाजपा नेताओं और हमारे मंत्रियों को कहना चाहूंगा कि एकजुट हो जाइए। प्रधानमंत्री कुछ और, गृहमंत्री कुछ और व कृषि मंत्री कुछ और बोल रहे हैं। विनती है कि हम एकजुट हैं और हमारी चुनी हुई सरकार को भी एकजुट होकर किसानों के पक्ष में फैसला लेना चाहिए। सिंघु बॉर्डर से किसान नेता बूटा सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते है कि बातचीत जारी रहनी चाहिए और हमारा भी यही मानना है।
वहीं दूसरी ओर कृषि मंत्री कहते हैं कि अगर किसान उनके संशोधनों को मानेंगे तो ही बातचीत जारी रहेगी, नहीं तो नहीं होगी। फिर से हमारे ऊपर शर्त लगा दी जाती है जिसकी हम निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमने 10 तारीख का अल्टीमेटम दिया हुआ था कि अगर PM ने हमारी बातों को नहीं सुना और कानूनों को रद्द नहीं किया तो सारे धरने रेलवे ट्रैक पर आ जाएंगे। आज की बैठक में ये फैसला हुआ कि अब रेलवे ट्रैक पर पूरे भारत के लोग जाएंगे। संयुक्त किसान मंच इसकी तारीख की जल्द घोषणा करेगा।
राकेश टिकैत की दो टूक- वापस लो कानून, नहीं तो डटे रहेंगे
राकेश टिकैत ने कहा कि 'हम कृषि मंत्री को सुन रहे थे... उन्होंने कोई नई बात नहीं कही है, हम उनके बताए संशोधन पर तैयार नहीं हैं. हम यहां से तब तक नहीं जाएंगे जब तक एमएसपी (MSP) को नहीं दिया जाएगा.' किसान नेताओं की मांग है कि इस कानून को वापस लिया जाए. अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि हमने मांग की थी कि एमएसपी पर कानून बनाओ लेकिन सरकार ने नहीं बनाया. जबकि, पूरे देश का किसान यही चाहता है.
इस सरकार के कार्यकाल में स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट भी लागू नहीं हुई. टिकैत ने कहा कि यदि सरकार 80 फीसदी बदलाव करने को राजी है तो समझा जा सकता है कि ये कानून कितने खराब होंगे. उन्होंने सरकार के सभी मंत्रियों से अपील की कि एकजुट होकर किसानों के पक्ष में फैसला लें.