Mumbai: बीएमसी की वजह से बेस्ट की व्यवस्था चरमराई,आप की चिट्ठी से क्या जागेगा प्रशासन?
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मुंबई। पिछले छह महीनों से बेस्ट कर्मचारियों को कोविड भत्ता देय का भुगतान न करने के लिए आप ने मनपा में सत्तारूढ़ पार्टी शिवसेना और महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार का विरोध किया और तुरंत बकाया भुगतान करने की मांग की है। कोविड महामारी के दौरान कार्य करने वाले कर्मचारियों को मनपा ने प्रति कर्मचारी 300 रुपये प्रति दिन के हिसाब से भत्ता देने की घोषणा की थी। आम आदमी पार्टी की नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रीति शर्मा मेनन ने कहा, " मनपा की ओर से यह घोर उदासीनता है ।
बेस्ट बसें मुंबई की जीवन रेखा हैं और इसके कर्मचारी फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, जो जमीनी स्तर पर अपनी सेवा देते हैं। लोकल ट्रेन सेवाओं में कमी के कारण मुंबई में बेस्ट बसों पर यात्रीभार बढ़ गया है। यह भत्ता कोविड जैसी स्थिति में कठिनाइयों से निपटने के लिए था और ऐसी प्रशासनिक खामियों से बेस्टकर्मियों और उनके आश्रित परिवारों को परेशानियां उठानी पड़ती हैं। इसलिए हमारी मांग है कि लंबित बकाया तुरंत भुगतान किया जाए। बेस्ट की व्यवस्था चरमरा चुकी है और उसके लिए मनपा की अक्षमता और खराब नीतियां जिम्मेदार हैं।
कई बस मार्गों पर बसें ठेके पर चलाई जा रही हैं। ठेके पर कर्मचारी रखे जा रहे हैं। यह पूरी तरह से मनपा प्रशासन की निजीकरण की साज़िश है। किफायती सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की जिम्मेदारी सरकार की है और इसे लाभ कमाने का जरिया नहीं बनाया जा सकता। आम आदमी पार्टी ने पहले भी बेस्ट से जुड़े मुद्दों पर मनपा प्रशासन का ध्यान कई बार खींचा है, पर प्रशासन पर कोई असर नहीं पड़ा है। पार्टी ने फिर से महापौर, आयुक्त और स्थायी समिति के अध्यक्ष को पत्र लिखकर यह मांग की है।